हैडाखान आश्रम आस्था का है केन्द्र,जहां नित्य होता हवन

Support us By Sharing

उत्तराखण्ड का चमत्कारी धाम,जहां सालभर रहता है श्रद्वालु जमघट

भरतपुर-दिवंगत केन्द्रीय मंत्री राजेश पायलेट के रहे निजी सचिव विजय गुप्ता एवं हैडाखान बाबा के भक्तों ने नवरात्रि पर्व के अन्तिम दिन श्री दुर्गा यज्ञ किया और बाबा हैडाखान की पूजा-अर्चना की। उत्तराखण्ड का हैडाखान आश्रम आस्था का केन्द्र है,जहां प्रतिदिन हवन,पूजापाठ,मानव सेवा व प्रसादी वितरण आदि धार्मिक कार्यक्रम होते है। साथ ही देश-विदेशी सैलानी तथा हैडाखान बाबा के भक्तों का जमघट लगा रहता है। भरतपुर के निवासी एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व0राजेश पायलेट के रहे निजी सचिव विजय गुप्ता ने बताया कि हैडाखान बाबा आश्रम पर भक्तों ने नवरात्रि पर्व मनाया,जहां नियमित नवयात्रा की और मानव व मूक-बधिर प्राणियों की सेवा कर गौवंश व वन सम्प्रदा सरंक्षण का संकल्प लिया। नवयात्रा के अन्तिम दिन हवन,विशेष पूजापाठ,प्रसादी आदि कार्यक्रम कर जरूरतमन्द लोगों को वस्त्र,धन,अन्न आदि उपलब्ध कराए। इस अवसर पर हैडियाखण्डी समाज अध्यक्ष डॉ.अरविन्द लाल,मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ,वंदना,विजय गुप्ता आदि ने बाबा हैडाखान एवं माता दुर्गा की पूजा-पाठ किया। हैडाखान बाबा के भक्त विजय गुप्ता एवं डॉ.अरविन्द लाल ने बताया कि देवभूमि उत्तराखंड में ऐसे अनगिनत धाम हैं, जहां से जुड़े चमत्कार न केवल देश बल्कि विदेशों में भी जाने जाते हैंण् ऐसा ही एक पावन और चमत्कारी धाम हैड़ाखान मंदिर भी है, कुमाऊं के रानीखेत और लुगड़, कलसा और गौला नदी के संगम पर स्थापित बाबा हैड़ाखान का मंदिर अटूट आस्था का केंद्र हैण् यही वजह है कि बाबा के इस धाम में देश से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी अनगिनत श्रद्धालु मनोरथ सिद्ध करने को पहुंचते हैं,माना जाता है कि हैड़ाखान मंदिर में योग, साधना और चमत्कारों की अनुभूति करने के लिए सालभर यहां श्रद्धालु पहुंचते है।
बाबा हैड़ाखान की महिमा अपरंपार है लोक कल्याण के लिए उनके चमत्कारों और योग साधना से प्रभावित उनके भक्त देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी हैं। बाबा से जुड़ी आस्था का ही प्रभाव है कि बड़ी संख्या में विदेशों से युवक.युवतियां बाबा के धाम में अपने नए जीवन की शुरुआत करने पहुंचते है।
हैड़ाखान बाबा के बारे में उनके भक्त बताते हैं कि बाबा अपने भक्तों को कहीं भी किसी भी रूप में दर्शन देते हैं।बाबा में उड़ने की भी शक्ति है। यही वजह है कि बाबा को अमर बाबा के नाम से भी जाना जाता है।


Support us By Sharing