बांसवाड़ा|अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत, जिला शाखा बांसवाड़ा के एक प्रतिनिधि मंडल ने जिला अध्यक्ष लक्ष्मीकांत भावसार एवं स्वर्ण जयंती वर्ष कार्यक्रम के अध्यक्ष गजेंद्र प्रसाद गौड के नेतृत्व में बाजार में मिलावटी दूध के संबंध में जिला कलेक्टर के द्वारा सुमित गोधारा खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री राजस्थान सरकार जयपुर को ज्ञापन भेजा गया।जिला महामंत्री डॉ. कमलेश शर्मा ने बताया कि ज्ञापन में जिले में फूड टेस्टिंग मोबाइल वैन चलने , दूध एवं खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने हेतु फ्राइंग स्क्वाड का गठन कर ग्राहक पंचायत के प्रतिनिधि को शामिल करने एवं सहयोग लेने,जिले में दूध एवं खाद्य पदार्थों में सैंपलों की जांच हेतु तहसील स्तर पर प्रशासन द्वारा निशुल्क खुला जांच केंद्र खोलने , जिले में पर्याप्त खाद्य निरीक्षक नियुक्त करने मिलावट खोरों के विरुद्ध त्वरित कार्यवाही करने,साथ ही प्रशासन द्वारा दूध व खाद्य पदार्थों की मिलावट की जांच करने पर वृहद रूप में प्रचार प्रसार सोशल मीडिया,प्रिंट मीडिया, समाचार पत्रों एवं दृश्य मीडिया के माध्यम से कर, आम नागरिक में जागरूकता लाने की मांग की गई है। ज्ञापन में जिले में विभिन्न कंपनियों द्वारा बेची जाने वाली पैक थैली दूध पर फ्रीजिंग चार्ज के रूप में एमआरपी से अधिक अतिरिक्त राशि वसूलने पर रोक लगाने तथा प्रशासन द्वारा खुले दूध का प्रशासनिक मूल्य निर्धारित करने की भी मांग की गई है। ग्राहक पंचायत के प्रचार प्रसार मंत्री निखिल दोसी ने बताया कि ज्ञापन में मिलावट दूध व खाद्य पदार्थ के उपयोग से स्वास्थ्य पर गंभीर प्रतिकूल असर पढ़ने तथा होने वाली गंभीर बीमारियों पर चिंता जताते हुए। सिंथेटिक और मिलावटी दूध के उत्पादन में शामिल व्यक्ति के विरोध आपराधिक एवं सख्त कार्रवाई करने तथा संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरुद्ध भी कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही की मांग की है। ग्राहक पंचायत के जिला मंत्री खुश व्यास ने बताया कि ग्राहक पंचायत पूरे देश में 50 वर्षों से ग्राहक जागरण, प्रशिक्षण एवं ग्राहक समस्याओं के लिए देश के 400 से अधिक जिला मे काम कर रहा है। एफ एस एस ए आई के अनुसार देश भर में 70% दूध के नमूने मिलावटी , कुछ राज्यों में 100% मिलावटी तथा निर्धारित मानकों के अनुरूप नहीं पाए गए हैं 14 प्रतिशत नमनो में डिटर्जेंट 46% दूध में पानी की मिलावट तथा कम सॉलिड नॉन फैट की श्रेणी के पाए गए हैं । 548 नमूने में स्कीम मिल्क पाउडर तथा 477 नमूने में ग्लूकोज पाया गया है।सिंथेटिक और मिलावट दूध और दूध के उत्पादन में यूरिया, डिटर्जेंट,रिफाइंड तेल,कास्टिक सोडा, बोरिक एसिड आदि हानिकारक पदार्थ मिलाए जाते हैं।जिससे आम व्यक्ति उपयोग करने को मजबूर बेबस है।ज्ञापन देने गए प्रतिनिधि मंडल में जिला संगठन मंत्री परमेश्वर लाल भावसार,जिला महामंत्री डा कमलेश शर्मा,जिला मंत्री खुश व्यास,प्रचार प्रसार मंत्री निखिल दोसी, उपाध्यक्ष बापू लाल गर्ग,दिनेश जोशी, एडवोकेट तरुण अड़ीचवाल,एडवोकेट पंकज बरोडीया,अंजू वर्मा, उत्तम सिंह चौहान आदि शामिल रहे। ये जानकारी जिला अध्यक्ष लक्ष्मीकांत भावसार ने दी।