बाल विवाह एक अभिशाप विषय पर सेमिनार आयोजित

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बाल विवाह देश व समाज के विकास के लिए सबसे बड़ी बाधा

बौली|अरुणोदय जन कल्याण सेवा संस्थान के तत्वावधान में उपखंड मुख्यालय बोली पर “बाल विवाह एक अभिशाप” विषय पर विशाल सेमिनार का आयोजन किया गया।

जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती कमलेश देवी जोशी, विशिष्ट अतिथि के रूप में में पुलिस उपाधीक्षक अंगद शर्मा, चिकित्सा अधिकारी मनीष मीणा, सहायक अभियंता नरेंद्र कुमार, पूर्व सरपंच उत्तम कुमार राजोरा,सामाजिक कार्यकर्ता ओम प्रकाश जोशी, रामसहाय फागाना, जमनालाल मीणा, मुरारी लाल मंगल रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के अध्यक्ष राम अवतार मीणा ने की।बड़ी संख्या में महिलाएं युवा एवं समाज के प्रतिष्ठित लोग सेमिनार में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता के चित्र पर माल्याअर्पण कर अतिथियों ने किया।सर्वप्रथम संस्थान के अध्यक्ष राम अवतार मीणा ने स्वागत भाषण करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा एवं प्रस्तावना रखी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2009 से हमारी संस्थान सामाजिक क्षेत्र में कार्य कर रही है। सर्वप्रथम हमने 2016 में उपखंड मुख्यालय पर रक्तदान की परंपरा शुरू की। प्रतिभाओं का सम्मान समारोह, वृक्षारोपण, शराबबंदी, मृत्युभोज, दहेज प्रथा, व बाल विवाह सहित अनेक सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ समय पर जनजागरण अभियान चलायें गये है।
आज बाल विवाह एक अभिशाप विषय पर उक्त सेमिनार सशक्त समाज व सशक्त राष्ट्र के निर्माण के लिए एक महत्वपूर्ण आयोजन है। आजादी के बाद भी इस विषय पर संगोष्ठी विचारणीय है।कई सारे कानून बनने के बावजूद भी प्रदेश में लगभग 30% बाल विवाह हो रहे हैं। जो चिंता का विषय है।
बाल विवाहों कई दुष्परिणाम हमारे समाज के सामने आए हैं पारिवारिक विखंडन, कुपोषित बालकों का जन्म, घरेलू हिंसा, बच्चीयो में यौन संबंधी रोग,गर्भाशय-गिरवा कैंसर,मलेरिया, प्रसव के दौरान फिस्टुला जैसे खतरे बड़े हैं। जनसंख्या भी एक राष्ट्रीय समस्या बनकर खड़ी हुई है।
अब खुशहाल परिवार, समाज व राष्ट्र के लिए हमको बाल विवाहों को चुनौती के रूप में स्वीकार कर रोकना होगा। यह हम सब लोगों की जिम्मेदारी और कर्तव्य है। किसी नोनीहाल के बिगड़ते भविष्य को बचाना एक बहुत ही पुनीत कार्य है।
उन्होंने सभी को संकल्प लेकर बाल विवाह के खिलाफ आवाज उठाने का संकल्प दिलवाया।
पुलिस उपाधीक्षक अंगद शर्मा ने कहा कि बाल विवाह कानून अपराध है ऐसी कहीं पर भी आपको कोई सूचना मिले तो हमें बताएं हम अपने स्तर पर प्रयास कर उसे रोकने का प्रयास करेंगे संस्थान का जन जागरण अभियान काबिले तारीफ है जो इस क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेगा और निश्चित रूप से समाज को इसका लाभ होगा। उन्होंने संस्थान के कार्यों के प्रशंसा भी की।
मुख्य अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष कमलेश देवी ने कहा कि इस पुनीत कार्य को पूर्ण जिम्मेदारी से पूरा करने में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका साबित हो सकती है क्योंकि वह इस विषय को अच्छे ढंग से समझ सकती है वह समझा सकती है उन्होंने समाज में जन जागरण कर सभी महिलाओं से बाल विवाहो को रूकवाने का आग्रह किया तथा इस विषय को गांव-गांव ढाणी ढाणी तक पहुंचाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि 1 नवंबर 2007 से सरकार ने बाल विवाह निषेध कानून लागू कर दिया लेकिन उसके बावजूद भी आज अशिक्षित लोगों द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में बाल विवाह किया जा रहे हैं जो एक अपराध है।
संस्कृत कॉलेज प्राचार्य धर्म सिंह गुर्जर ने भी कई उदाहरण सहित कहा कि कालांतर से विवाह होते आए हैं उस समय भी बाल विवाह को कोई अनुमति नहीं थी लेकिन लोग पुरानी रीति रिवाज को निभाने के लिए बाल विवाह करते आ रहे हैं जो अपराध है।ओमप्रकाश जोशी,मुरारी लाल मंगल, जमनालाल मीना, रामसहाय फागण, उत्तम कुमार राजौरा ने भी विचार व्यक्त किये। मंच का संचालन संस्थान के सचिव गोविंद नारायण भदोरिया ने किया।
इस अवसर पर बाल विवाह एक सामाजिक अपराध विषय के एक पत्र का भी विमोचन भी किया गया। सेमिनार में लगभग 100 प्रतिनिधि उपस्थित रहे।जो सभी समाज एवं वर्गों से थे। संस्थान के अध्यक्ष रामावतार मीना ने सभी का आभार व्यक्त किया। और 6 दिसंबर डॉ भीमराव अंबेडकर के निर्माण दिवस पर ब्लड डोनेशन कैंप आयोजित करने का घोषणा की।जिसमें सभी लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने एवं सहयोग करने का संकल्प लिया।


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