भगवान की बाल लीला, पूतना उद्धार काली दहन गोवर्धन पूजा की कथा कराई गई श्रवण

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प्रयागराज। जनपद के यमुनानगर लालापुर तरहार क्षेत्र के गिधार गांव में यजमान रामानुज पाण्डे तथा उनकी धर्म पत्नी अनारकली पाण्डे द्वारा संगीतमय श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ का भव्य आयोजन किया जा रहा है। कथा वाचक जगतगुरु रामानुजाचार्य स्वामी धराचार्य

बैकुंठ धाम आश्रम प्रयागराज द्वारा कथा के पांचवें दिन भगवान की बाल लीला, पूतना उद्धार, काली दहन, गोवर्धन पूजा की कथा श्रोताओं को श्रवण कराई गई।पूतना उद्धार की कथा में पूतना भगवान श्री कृष्ण को विष पिलाने के लिए स्तनपान कराने के लिए जबरियन पकड़ा रही थी पूतना दूध के बहाने विष पिलाना चाहती थी पूतना के इस कपट पूर्ण व्योहार को भगवान सब कुछ समझ रहे थे और भगवान ने ऐसे पकड़ा कि पूतना के प्राण निकल गए। पूतना की चिता अठारह किलोमीटर दूर बनाई गई। कथा वाचक महराज ने श्रोताओं को बताया कि पूतना राक्षसी थी उसके शरीर से भयंकर दुर्गंध आती थी लेकिन जैसे ही भगवान ने पूतना का स्पर्श किया वैसे ही उसके शरीर से दूर- दूर तक सुगंध जाने लगी इस प्रकार भगवान ने पूतना का उद्धार किया।


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