नैनीताल। सरोवर नगरी नैनीताल में कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत की अध्यक्षता में विकास प्राधिकरण कार्यालय सभागार में बैठक आयोजित की गई। जिसमें नैनीताल – हल्द्वानी महायोजना -2041(प्रारुप) के संबंध में चर्चा की गई।
इस मौके पर कुमाऊं आयुक्त ने हल्द्वानी के अर्बन प्लानर आरईपीएल और नैनीताल क्रिएटिव सर्कल के कंपनी योजनाकर्ता अधिकारियों को वर्तमान में स्थिति का आंकलन कर रणनीति और योजना के तहत कार्य करने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान आयुक्त ने हल्द्वानी तहसील के सभी गांवों के सर्वे कर जमीन प्रयोग, परिवार सर्वेक्षक, पार्किंग सर्वे, ड्रेनेज, मंडी, ट्रांसपोर्ट, बेहतर सड़कों के निर्माण, आउटर रिंग रोड,वन दृश्य रोड आदि महायोजना पर चर्चा की । जिस पर हल्द्वानी कंपनी प्रोजेक्ट के अधिकारियों द्वारा कार्य प्रणाली में लापरवाही दिखी। आयुक्त ने कंपनी प्रोजेक्ट के अधिकारियों को सभी विभागों के साथ बैठक कर रोस्टर बनाकर कार्य करने और जल्द ही रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने महायोजना 2041के तहत हल्द्वानी और नैनीताल के शहरी- ग्रामीणों इलाकों में कृषि क्षेत्र को ज्यादा रखने की बात कही। जिससे बेहतर कृषि के साथ पलायन की समस्या को भी रोका जा सके।
नैनीताल क्रिएटिव सर्कल के कंपनी प्रोजेक्ट के प्लानर ने बताया कि नैनीताल को दो भागों में रखा गया है। जिसमें पहले भाग में नैनीताल- खुर्पाताल को रखा गया है। जबकि दूसरे भाग में भीमताल, मुक्तेश्वर, भवाली को रखा गया है। आयुक्त ने बताया नैनीताल में सैलानियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जिसको देखते हुए खुर्पाताल के कुछ इलाकों में छोटी -छोटी पार्किंग, टूरिज्म, टाउन शिप और विस्थापन की स्थिति भूमि का चयन किया सकता है। साथ ही उन्होंने भवाली के साथ कैंची को जोड़ने के लिए मास्टर प्लान बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने दोनों कंपनी के अधिकारी को कार्य करने से पूर्व बेहतर ढंग से होम वर्क करने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान उन्होंने महा योजना के तहत निवास संबंधी, पहाड़ी आवास जोन, कृषि, उद्योग, होटल, पर्यटन, पब्लिक सेल, पार्किंग, स्कूल, अस्पताल आदि की भी विस्तृत जानकारी ली। इस दौरान जिलाधिकारी वंदना सिंह, सचिव जिला विकास प्राधिकरण विजय नाथ शुक्ल, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग डिपार्टमेंट एसएम श्रीवास्तव, जेई आरएल भारती, डीडीए हल्द्वानी अंकित सिंह बोरा समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।