संस्कृत भाषा बोधन वर्ग में शिविरार्थी सीख रहे देव वाणी संस्कृत

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भीलवाड़ा|विश्व भाषाओं की जननी संस्कृत भाषा को फिर से लोकभाषा बनाने के लिए संस्कृत भारती भीलवाड़ा विभाग द्वारा संस्कृतानुरागी एवं विद्यार्थियों के लिए संस्कृत सम्भाषण आवासीय शिविर भाषा बोधन वर्ग का आयोजन शास्त्री नगर स्थित आदर्श विद्या मंदिर में किया जा रहा है । शिविर के चैथे दिन वर्गार्थियो ने संस्कृत भाषा के जीवनोपयोग रहस्यों को सीखा । वर्ग संयोजक पंडित विष्णु पाराशर ने बताया कि शिविर में योगाभ्यास, प्रातः स्मरण, रटनाभ्यास, संभाषण, विभक्ति पठन, भाषा क्रीडा के माध्यम से विद्यार्थी संस्कृत भाषा सीख रहे हैं। वर्ग में अखिल भारतीय साहित्य परिषद प्रांत महामंत्री जग जितेंद्र सिंह ने अवलोकन किया । इस अवसर पर उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा राष्ट्र को गौरवान्वित करने वाली भाषा है । संस्कृत भारत की आत्मा है । प्राचीन समय में हमारे पूर्वजों ने भारत का समृद्ध साहित्य संस्कृत में ही लिखा है जिसे आज भारतीय ही नहीं अपितु विश्व के देश भी पढ़कर उनमें निहित ज्ञान को ग्रहण कर रहे हैं । वर्ग में वर्ग पालक मीठालाल माली, विभाग संयोजक परमेश्वर प्रसाद कुमावत, वर्ग संयोजक पंडित विष्णु पाराशर, शिक्षण प्रमुख ओम प्रकाश साहू, शाहपुरा जिला मंत्री जगदीश प्रसाद तेली, जगदीश चंद्र शर्मा, कृष्ण गोपाल तिवारी, जगदीश शर्मा, आशुतोष त्रिवेदी, लोकेश कुमार सेन, देवेंद्र शर्मा, गंगाधर शर्मा, वर्ग शिक्षिका ममता कटारिया, मृगनयनी, रचना गुर्जर, खुशबू आचार्य वर्ग को सफल बनाने में लगे हुए हैं ।


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