सुखी और स्वस्थ जीवन के लिए प्रकृति की सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण जरूरी-महावीर कौजलगी
छोटी छोटी गलत आदतों में सुधार लाकर पर्यावरण को बचाया जा सकता है-जय सिंह
प्रयागराज। आज के युग में पर्यावरण प्रदूषण बहुत तेजी से बढ़ रहा है। बढ़ती जनसंख्या और बड़ी बड़ी इमारतों के कारण पर्यावरण की क्षति हो हो रही है। हर जगह पेड़ों को काटकर बड़ी बड़ी मकानों का निर्माण हो रहा है जो पर्यावरण के लिए हानिकारक है सभी को पेड़ लगाने और बचाने की जिम्मेदारी लेनी होगी तथी आज का दिवस मनाने का उद्देश्य पूरा हो पाएगा। सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के केन्द्रीय संचार ब्यूरो, प्रयागराज द्वारा आयोजित विश्व पर्यावरण दिवस जनजागरूकता कार्यक्रम में उक्त बातें बतौर मुख्य अतिथि महावीर कौजलगी प्राभागीय निदेशक वन विभाग ने कही। उन्होंने कहा कि सुखी और स्वस्थ जीवन के लिए प्रकृति की सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण जरूरी है। उन्होंने कहा कि वन विभाग पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए शहरों में जगह जगह वृक्षारोपण अभियान चला रहा है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा पर्यावरण संरक्षण से संबंधित उपस्थित जनसमूह को प्रतिज्ञा दिलायी गयी। कार्यक्रम के दौरान अतिथियों द्वारा आईटीआई परिसर में बड़ी संख्या में वृक्षारोपण किया गया।इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व संयुक्त निदेशक सुनील कुमार शुक्ल ने कहा कि मानव और पर्यावरण के बीच गहरा सम्बन्ध है। जनजीवन की सुरक्षा के लिए पर्यावरण को सुरक्षित और संरक्षित रखने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आधुनिकता की ओर बढ़ रहे विश्व में विकास की राह में कई ऐसी चीजों का उपयोग शुरू कर दिया है जो धरती और पर्यावरण के लिए घातक है। कार्यक्रम के दौरान कुंज मोहन वर्मा उप खण्ड अधिकारी ने पर्यावरण के बारे में बताते हुए कहा कि यहां वाहनों का धुआं, मशीनों की आवाज खराब रासायनिक जल आदि की वजह से वायु प्रदूषण जल प्रदूषण ध्वनि प्रदूषण हो रहा है। इसके कारण हमें अनेक बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके बचाने के लिए आज के संकल्प करें कि हम न ही पर्यावरण और प्रकृति के खिलाफ कोई कार्य करेंगे बल्कि अधिकाधिक वृक्षारोपण कर लोगों में जागरूकता फैलाएंगे। इस अवसर पर आईटीआई के प्रधानाचार्य सुजीत कुमार श्रीवास्तव ने इस तरह के जन जागरूकता कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि सभी को अधिक से अधिक वृक्षारोपण करके धरती को हरा भरा बनाने में सहयोग करना होगा।इस अवसर पर केन्द्रीय संचार ब्यूरो प्रयागराज के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी जय सिंह ने कार्यक्रम आयोजन के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पर्यावरण दिवस को मिशन लाइफ से जोडकर कार्य करना होगा जिसमें दैनिक जीवन में छोटी छोटी आदतों जैसे ईंधन संरक्षण, जल संरक्षण, ऊर्जा संरक्षण, प्लास्टिक को कम से कम प्रयोग करके पर्यावरण को सुरक्षित किया जा सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के इस अभियान को अपना अभियान बनाते हुए अधिक से अधिक पेड़ लगाकर सफल बनायें। कार्यक्रम के दौरान विभाग की ओर से जय सिंह क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी द्वारा अतिथियो को स्मृति चिह्न, प्रशस्ति पत्र व अंगवस्त्रम भेंट कर सम्मानित किया गया।कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय संचार ब्यूरो प्रयागराज के वरिष्ठ सहायक राम मूरत द्वारा पर्यावरण पर आधारित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता संचालित की गयी। इस अवसर पर भाषण प्रतियोगिता, चित्रकला प्रतियोगिता और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के कुल 15 विजेता प्रतिभागियों को केन्द्रीय संचार ब्यूरो की ओर पुरस्कार व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण पर आधारित संदेशपरक नुक्कड नाटक का मंचन किया गया। कार्यक्रम समापन की औपचारिक घोषणा उप प्रधानाचार्य एम0ए0 कुरैशी द्वारा किया गया। कार्यक्रम के दौरान जिला युवा अधिकारी जागृति पाण्डेय, रितिका श्रीवास्तव, प्रमोद कुमार, राजेश शर्मा संयोजक नमामि गंगे, निर्मलकांत पाण्डेय, प्रमोद कुमार, उमाशंकर गुप्ता, नगीना सिंह श्री नाथ, सुशीला, नन्द किशेन बिन्द आदि प्रमुख लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित लोगों को न्यू इंडिया समाचार तथा प्रचार साहित्य उपलब्ध कराया गया। कार्यक्रम का संचालन राम मूरत द्वारा किया गया।
R. D. Diwedi