डीग 16 जून | शहर के ऐतिहासिक लक्ष्मण मंदिर पर गंगा दशहरा का पर्व बडे ही श्रृद्धा भाव के साथ मनाया गया।
प्रातः काल भगवान का पंचामृत से अभिषेक करते हुए हवन यज्ञ किया गया।और सांय काल के दौरान भगवान ने पतंग उड़ाई।और भगवान का कमल के पुष्पों की माला से विशेष श्रृंगार किया गया।
जहां मोगरा के फूलों की डोरी द्वारा भगवान ने पतंग उड़ाई।और मंदिर परिसर में भव्य भजन संध्या का आयोजन किया गया।
इस दौरान मंदिर के मंहत पंडित मुरारी लाल पाराशर ने बताया कि रामायण के बाल काण्ड के अनुसार तुलसीदास जी ने बताया कि “एक दिन राम पतंग उड़ाई,”देवलोक सो पहुंची जाई ”
एक दिन भगवान राम ने पतंग उड़ाई जो देवलोक में जाकर पहुंच गई।और जब इन्द्र के पुत्र की पत्नि ने इस अद्भुत सुन्दर पतंग को देखा तो उन्होंने मन में यह विचार किया कि जिसका पतंग ऐसी है ।वह पुरुष कैसा होगा यह विचार कर उसने हंस के पतंग पकड़ ली।आज उसी प्रकार शहर के ऐतिहासिक लक्ष्मण मंदिर पर गंगा दशहरा के अवसर पर ठाकुर लक्ष्मण जी महाराज ने गर्भ ग्रह से डोर हाथ में पकड़कर जगमोहन परिसर तक पतंग उड़ाई तो मंदिर का माहौल भक्तिमय हो गया।इस मौके पर वैध नन्दकिशोर गंधी, मुकुट नसवारिया,केदार सौखिया,पिन्टल गुरु,सुन्दर सरपंच,हरचंद पहलवान,छीतर सेठ,हरेश बंसल, अमर कुमार सेन रमेश अरोड़ा,गोपाल बीड़ी वाले,गोकुल झालानी, वांशिल खण्डेलवाल,सुभाष सराफ,राकेश खुड्डानिया,गीता त्योरियां,बृजलता गंधी, लक्ष्मी तमोलिया,कृष्णा सौनी ,बृजलता पंसारन, सहित बड़ी संख्या में महिला पुरुष भक्त मौजूद थे।