कुशलगढ| प्राणीमात्र के प्रति जीव दया की भावना सृष्टि कल्याण के लिए परमावश्यक है। इस कथन को चरितार्थ करते हुए मामा बालेश्वर दयाल राजकीय महाविद्यालय कुशलगढ़ ने अनूठी पहल करते हुए नवाचार गतिविधियों में विगत एक वर्ष से चल रहे जीवदया मिशन के अंतर्गत पक्षियों हेतु जलकुण्ड का निर्माण करवाया। प्राचार्य महेन्द्र कुमार देपन ने बताया कि पक्षी पर्यावरण के स्वास्थ्य व स्थिरता के उत्कृष्ट संकेतक है। पक्षी पर्यावरण मित्र के रुप में कार्य करते हुए जैव नियंत्रण में मुख्य सहयोगी होते हैं। हमें पक्षियों के प्रति मानवीय दृष्टिकोण रखते हुए उनके लिए आहार,विहार,आनंद के लिए अनुकूल वातावरण बनाना चाहिए।महाविद्यालय में इस विचार को दृष्टिगत रखते हुए विद्यार्थियों में जीवों के प्रति दया भावना विकसित करने के उद्देश्य से पक्षीजलकुण्ड बनाया गया। जहाँ विविध पक्षी जैसे मोर,चिड़ियां,बगुला, टिटहरी,कबूतर,कौआ, कोयल,रंगीनबर्ड,तोता, गिलहरी आदि कुण्ड में जलपान एवं स्नान कर आनन्दित होते हैं। प्रातः पक्षियों की मधुर ध्वनि से महाविद्यालय परिसर गुंजायमान हो जाता है। जो कर्ण को मधुरता एवं मन को शीतलता प्रदान करती है।इसके साथ पक्षियों हेतु दाना की भी व्यवस्था की गयी है। इसके अतिरिक्त इस मिशन द्वारा पशुओं के लिए भी महाविद्यालय परिसर के बाहर जलकुण्ड बनाया हुआ है। इस प्रकार के नवाचार विद्यार्थियों मे प्राणीमात्र के प्रति मित्रवत व्यवहार करने की प्रेरणा प्रदान करते हैं। जो पर्यावरण संतुलन व शुद्धता के लिए बहुत जरुरी है। ये जानकारी प्राचार्य महेन्द्र कुमार देपन ने दी।