महाकुंभ 2025 से संबंधित कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर बनी सहमति
प्रयागराज।मण्डलायुक्त विजय विश्व पंत की अध्यक्षता एवं सभी संबंधित अधिकारियों की उपस्थिति में कार्यालय स्थित गांधी सभागार में प्रयागराज मेला प्राधिकरण की 18 वीं बोर्ड बैठक संपन्न हुई।जिसमें महाकुंभ 2025 से संबंधित कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर सहमति बनी। सर्व प्रथम आगामी महाकुंभ के लेआउट प्लान पर चर्चा करते हुए मेला अधिकारी द्वारा लगभग 4000 हेक्टेयर में बसाए जा रहे मेले को 25 सेक्टरों में कैसे विभाजित किया जाएगा इसके बारे में अवगत कराया गया। उन्होंने यह भी अवगत कराया गया कि इस बार टेंट सिटी में 1200 की जगह 2000 टेंट्स लगाए जाएंगे तथा सर्किट हाउस को तीन से बढ़ाकर पांच स्थानों पर बनाया जाएगा जिसकी कुल क्षमता लगभग 250 टेंट की होगी। पब्लिक अकॉमोडेशन भी लगभग 25000 व्यक्तियों के लिए बनाया जाएगा।बैठक में अन्य कई महत्वपूर्ण बिंदुओं जिसमें प्रयागराज मेला प्राधिकरण द्वारा वेबसाइट एवं मोबाइल ऐप को बनाने के कार्य, जो अपने अंतिम चरण पर है, के बारे में भी बताया गया। इस संदर्भ में अवगत कराया गया की वेबसाइट की कार्यक्षमताओं पर मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए एमएनएनआइटी एवं ट्रिपल आईटी के प्रोफ़ेसरों को शामिल करते हुए बहुआयामी समिति का गठन किया गया था एवं कार्यान्वयन एजेंसी द्वारा समिति के सुझावों को वेबसाइट और मोबाइल एप्लिकेशन में सम्मिलित कर लिया है। वेबसाइट एवं मोबाइल ऐप का उद्देश्य प्रयागराज एवं कुंभ मेला के इतिहास, इसकी सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक धरोहर का प्रचार प्रसार तथा महाकुंभ मेले के दृष्टिगत समुचित जानकारी श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराना है।इसी क्रम में मेला अवधि एवं मेला अवधि के पश्चात वर्ष पर्यन्त आने वाले श्रद्धालुओं/पर्यटकों की बेहतर अनुभूति हेतु पूजन स्थल विकसित किए जाएँगें। इसके अतिरिक्त संगम में नाव एवं मोटर बोट के द्वारा वर्ष पर्यन्त आने वाले श्रद्धालुओं के सुरक्षित एवं सुव्यवस्थित स्थान के दृष्टिगत वर्ष पर्यन्त उपयोग हेतु चेंजिंग रूम, पूजा स्थल एवं फ्लोटिंग जेटी की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। महाकुंभ 2019 की तरह आगामी महाकुंभ में भी डिजिटल लॉस्ट एंड फाउंड सेंटर्स स्थापित किए जाएंगे जिनका मुख्य उद्देश्य मेला क्षेत्र में खोए हुए व्यक्तियों को उनके परिजनों से मिलाने में सहायता करना होगा। इस बार लगभग 10 डिजिटल खोया पाया केंद्रों को स्थापित किया जाएगा। साथ ही फ़ूड एवं सिविल सप्लाई की भी आईसीटी बेस्ड मॉनीटरिंग होगी। अलोपीबाग जंक्शन, हर्षवर्धन जंक्शन, बांगड़ धर्मशाला जंक्शन, जीटी जवाहर जंक्शन एवं धूमनगंज थाना जंक्शन के सुदृढीकरण एवं विभिन्न राजमार्गों एवं अप्रोच रोड के सौंदर्यीकरण, लैंडस्केप डेवलपमेंट तथा फ्लाईओवर के सौंदर्यीकरण एवं लैंडस्केप डेवलपमेंट में मेला प्राधिकरण द्वारा अनुश्रवण किया जाएगा ।