लखनऊ।उत्तर प्रदेश में मानसून की एंट्री हो चुकी है।ऐसे में जलजमाव और बाढ़ की हालत उत्पन्न हो सकती है।इसको ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा फैसला लिया है।बैठक में सीएम ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि आगामी तीन माह की अवधि में स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत किसी सीएमओ और अन्य चिकित्सक का ट्रांसफर ना हो।बारिश का मौसम प्रारंभ हो चुका है।यह समय बीमारियों की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील है।ऐसे में स्वास्थ्य विभाग का पूरा तंत्र चौबीस घंटे अलर्ट रहे।सीएम योगी ने कहा कि कांवड़ यात्रियों को आपातकाल में तत्काल स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध होनी चाहिए।अयोध्या के श्रावण मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर सभी आवश्यक प्रबंध समय से कर लिया जाए।
सीएम योगी ने कहा कि हर साल अप्रैल,जुलाई,अक्टूबर में संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए विभागों के कोऑर्डिनेशन के साथ विशेष अभियान संचालित होता है।इस साल 1 जुलाई से इसका नया फेज शुरू हो रहा है।अभियान को प्रभावी बनाना हर किसी की जिम्मेदारी है।पहले के अनुभवों को देखते हुए संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाए।सीएम योगी ने कहा कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान की सफलता के लिए अंतर्विभागीय कोऑर्डिनेशन महत्वपूर्ण है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य,मेडिकल एजुकेशन,ग्राम्य विकास,नगर विकास,महिला बाल विकास,बेसिक माध्यमिक शिक्षा द्वारा अंतर्विभागीय कोऑर्डिनेशन के साथ स्वच्छता और स्वास्थ्य सुरक्षा के ठोस प्रयास किए जाएं।