भीलवाड़ा के श्रमिकों ने प्रदर्शन कर टेक्सटाइल प्रबंधकों के खिलाफ किया आक्रोश व्यक्त, सौपा ज्ञापन

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श्रमिकों को बिना उनका हिसाब दिए टेक्सटाइल प्रबंधकों ने संस्थाओं को किया बंद,

भीलवाडा। भारतीय ट्रेड यूनियन केंद्र सीटू के नेतृत्व मे श्रमिकों ने जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौपा। प्रांतीय प्रतिनिधि ओमप्रकाश देवानी ने बताया कि ज्ञापन में सरकार द्वारा लेबर कोड कानून वापस लेने, न्यूनतम वेतन 26000 पर लागू करने, समान काम समान वेतन देने, ठेका प्रथा को बंद करने, आंगनबाड़ी योजना कर्मियों को स्थाई करने, निर्माण श्रमिकों की योजनाओं की सहायता लागू करने, भीलवाड़ा को टेक्सटाइल पार्क लागू किया जाए आदि मांगों को लेकर ज्ञापन दिया गया। देवानी ने बताया कि भीलवाड़ा में टेक्सटाइल प्रबंधकों द्वारा श्रमिकों को बिना उनका हिसाब दिए बगैर संस्थाओं को बंद किए जाने पर श्रमिकों ने आक्रोश व्यक्त किया। भीलवाड़ा स्थित मयूर फैब्रिक के प्रबंधक ने संस्थान को बंद कर दिया और श्रमिकों का भुगतान नहीं किया गया, इसी प्रकार अजय सिंटेक्स द्वारा अपने संस्थान की मशीनों को बेच दिया। श्रमिकों को अवैध रूप से सेवा पृथक कर दिया, सूरज यूनिवर्सल के श्रमिकों को भी प्रबंधन ने उनका समस्त हित लाभ का भुगतान नहीं दिया, एलडी शूटिंग ने भी अपनी संस्थान की मशीन बेच दिया और श्रमिकों को सेवा पृथक कर दिया। इस प्रकार भीलवाड़ा में टेक्सटाइल के मालिकों द्वारा बिना किसी युक्तियुक्त कारण के श्रमिकों को सेवाओं का लाभ नहीं देकर कार्य से बेदखल किया जाता है, इन सब चीजों को लेकर श्रमिकों में भारी आक्रोश रहा उन्होंने जिला कलेक्टर के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन दिया गया। इस दौरान टेक्सटाइल श्रमिक यूनियन के अध्यक्ष सोनू शर्मा, हकीम शीशराम, गणेश गहलोत, सोनू माली, भैया लाल, सुरेंद्र बिश्नोई, अनार सिंह, भेरूलाल, सद्दाम हुसैन, नानूराम, मोतीलाल, नरेंद्र मराठा, विमला बिश्नोई, चंदा देवी माली, कुलदीप जैन, वशिष्ठ कुमार, भागीरथ, लोकेश महावर, जितेंद्र शर्मा ने आक्रोश व्यक्त किया।


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