भीलवाड़ा|पर्यावरण मंत्री श्री संजय शर्मा ने शुक्रवार को राज्य विधानसभा में आश्वस्त किया कि विधान सभा क्षेत्र माण्डल में अति शीघ्र ही अवैध रूप से संचालित कोयला भट्टियों को ध्वस्त कर दिया जाएगा।
पर्यावरण मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्र माण्डल में संचालित अवैध कोयला भट्टियों के सम्बन्ध में भीलवाड़ा जिला प्रशासन के माध्यम से आश्वस्त किया गया है कि क्षेत्र में संचालित इन अवैध कोयला भट्टियों को अतिशीघ्र ही ध्वस्त कर क्षेत्र को इनसे मुक्त कर दिया जाएगा।
इससे पहले विधायक श्री उदयलाल भडाणा के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में पर्यावरण मंत्री ने बताया कि विधान सभा क्षेत्र माण्डल में बिलानाम एवं चारागाह भूमियों पर 215 अवैध कोयला भट्टियां संचालित थी। जिनमें से 82 अवैध कोयला भट्टियों को मौके पर बंद करवा दी गई है एवं शेष के विरूद्व राजस्थान भू राजस्व अधिनियम 1956 की धारा 91 के तहत् नोटिस जारी कर नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। जिसका विवरण उन्होंने सदन के पटल पर रखा। उन्होंने बताया कि निजी खातेदारी भूमियों पर अवैध कोयला भट्टियों के संबंध में सर्वे करवाया जा रहा है।
पर्यावरण मंत्री ने बताया कि कोयला भट्टियों से होने वाले प्रदूषण से फसलों एवं पेड़ पौधों पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। वन विभाग एवं राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मण्डल को अवैध कोयला भट्टियों के विरूद्व शिकायत प्राप्त होने पर राजस्व विभाग एवं सम्बन्धित जिला कलक्टर द्वारा नियमानुसार कार्यवाही की जाती है। उन्होंने जानकारी दी कि सामान्य रूप से अंग्रेजी बबूल एवं अन्य पेड़ो से कोयला बनाया जाता है। पेड़ों की अवैध कटाई के सम्बन्ध में शिकायत प्राप्त होने पर राजस्व विभाग, सम्बन्धित जिला कलक्टर एवं उप वन सरंक्षक द्वारा नियमानुसार कार्यवाही की जाती है।
उन्होंने बताया कि वन मण्डल भीलवाडा के अधीन वन कर्मियों द्वारा नियमित रूप से सतत् गश्त करते हुए यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि वन क्षेत्र के आस पास कोई कोयले की भट्टी संचालित नही है।