जुलूस के दौरान भगवा पताका, फर्रियां तोड़ी, पैरों से कुचला
हिंदू संगठनों का आरोप, ग्रामीणों ने थाने का घेराव कर किया प्रदर्शन, 7 आरोपी हिरासत में
शाहपुरा जिले के कोटड़ी उपखंड मुख्यालय पर ताजियों का जुलूस निकालने के दौरान ही भगवा पताकाओं व फर्रियां तोड़ने का सनसनी खेज मामला सामने आया है। घटना का वीडियो सामने आने के बाद एक पक्ष के लोगों ने चारभुजा मंदिर एकत्रित होकर सभा की और जुलूस निकालकर थाने का घेराव किया। इस दौरान कोटड़ी कस्बे के प्रमुख बाजार सुबह से शाम तक बंद रहे। इस दौरान सूचना पर पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। कस्बे में गस्त करते नजर आए।
शाहपुरा की एएसपी चंचल मिश्रा ने बताया कि शिकायत के आधार पर इस मामले में सात लोगों को हिरासत में लिया गया है। वहीं समझाइश के बाद धरना समाप्त हुआ। मामले में आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
जानकारी के अनुसार मोहर्रम पर ताजिए का जुलूस निकालने के दौरान समुदाय विशेष की ओर से कस्बे में लगी भगवा झंडिया और फर्रियां हटा दी गई। इससे नाराज हिंदू संगठनों ने गुरूवार को आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कोटडी कस्बा बंद करवा दिया। उन्होंने थाने का घेराव करते हुए पुलिस से तत्काल कार्रवाई की मांग की।
कोटड़ी भाजपा मंडल अध्यक्ष प्रहलाद सेन ने बताया कि ताजिए निकालने के दौरान शर्तों का उल्लंघन किया है, जानबूझकर झंडियों को तोड़कर पैरों में डाला गया। इसके कारण हिंदू समाज की भावनाएं आहत हुई है। चारभुजा मंदिर पर सभा के बाद प्रदर्शनकारियों ने कोटड़ी थाने का घेराव किया। इस दौरान आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बड़ी संख्या में हिंदू संगठन के लोग इकट्ठा हुए हैं और विरोध प्रदर्शन किया। मौजूद लोगों ने कहा कि शर्तों के अनुसार झंडियों और पताकाएं नहीं तोड़ी जानी चाहिए, लेकिन शर्तों का उल्लंघन किया गया। इससे लोगों में रोष है। जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, तब तक बाजार नहीं खोला जाएगा।
शाहपुरा की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंचल मिश्रा, डीएसपी प्रमोद शर्मा, जहाजपुर थाना प्रभारी नोरतन बेनीवाल, कोटड़ी तहसीलदार रविशकर चैधरी, कोटड़ी थाना प्रभारी सुरेन्द्र सिंह राठौड़ सहित अधिकारी भी मामले को लेकर समजाइश में जुटे रहे।
आज इस मामले को लेकर पुलिस की ओर से मामले में करीब पांच घंटे तक समझाइश को लेकर सुलह वार्ता चली। इस दौरान उपजिला प्रमुख शंकर लाल गुर्जर, कोटड़ी के प्रधान करण सिंह कानावत,
उप प्रधान कैलाश सुथार, भाजपा मण्डल अध्यक्ष प्रहलाद सेन, पंचायत समिति सदस्य राजेन्द्र तेली समेत बड़ी तादात में लोगों की संख्या मौजूद रही। युवाओं ने भगवा पताका हाथ में लेकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की। मामला बढ़ता देख जिले से अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया।
शाहपुरा जिला पुलिस ने बताया कोटड़ी कस्बे में ताजियों के जुलूस के दौरान समुदाय विशेष के युवाओं के द्वारा भगवा फर्रियों को तोड़ने की शिकायत मिली है। इसका वीडियो भी सामने आया है, जिसके बाद एक समुदाय में रोष है और उन्होंने मंदिर में सभा कर प्रदर्शन किया। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए घटना में लिप्त सात लोगों को हिरासत में लिया है। मामले में पूछताछ की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार की रात को ताजियों का जुलूस निकालते समय चारभुजा मार्ग पर रास्ते में लगे भगवा झंड़ियों व पताकाओं की डोरी को तोड़ दिया गया। इस घटना का वीडियो कल देर शाम को सामने आया, जिसके बाद हिंदू संगठनों ने घटना को लेकर आक्रोश जताया और आज सुबह कोटड़ी कस्बे के प्रमुख बाजार को बंद करवा दिया गया। सैकड़ों की संख्या में लोग कोटड़ी थाने के बाहर इकट्ठे हुए और प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पुलिस आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तार करें। मामले में थाने में पुलिस अफसरों की बैठक जारी है।
उधर, ग्रामीणों ने सीएलजी में हुए निर्णय के अनुसार सदर बाजार में लगी भगवा पताकाओं को नहीं हटाने के निर्णय होने के बावजूद सम्प्रदाय विशेष के लोगों ने पताकाओं को हटा दिया। ग्रामीण नामजद रिपोर्ट पुलिस थाने में दे कर गिरफ्तारी की मांग रखी तथा पुलिस प्रशासन, ग्रामीणों के प्रतिनिधि व जन प्रतिनिधि वार्ता कर मामले को सुलजाने में लगे रहे। शाम को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंचल मिश्रा ने आन्दोलनरत ग्रामीणों को नामजद रिपोर्ट पर तुरन्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। जिस पर ग्रामीणों ने प्रदर्शन समाप्त किया। आन्दोलन समाप्त करने की घोषणा के बाद प्रशासन व पुलिस ने चेन की सांस ली।