श्रद्धालुओं की उमड़ रही है भारी भीड़
प्रभु कृपा से सच्चे सद्गुरू का मिलना परम सौभाग्य- श्री हरि चैतन्य
कामां 19 जुलाई|तीर्थराज विमल कुण्ड स्थित श्री हरि कृपा आश्रम के संस्थापक एंव श्री हरि कृपा पीठाधीश्वर स्वामी श्री हरि चैतन्य पुरी जी महाराज ने यहाँ श्री हरि कृपा आश्रम में उपस्थित विशाल भक्त समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि प्रभु कृपा से सच्चे संत का मिलना परम सौभाग्य है और सेवा धर्म इतना सरल नहीं है जितना हमने उसे समझा है यह सबसे कठिन है परंतु असंभव नहीं है। यदि हम प्रभु स्मरण करते हुए प्रयास करें तो असंभव को भी संभव किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि मनुष्य महान है शांति का पुंज है सब कुछ कर सकता है लेकिन सोया है, भूला है, परेशान है उसके जागते ही सब कुछ जग जाएगा। संसार की हर वस्तु, पदार्थ, प्राणी नाशवान है इनका सदैव साथ नहीं रहता तथा परमात्मा का साथ कभी नहीं छूटता है ।अतः हमें जगत की यथासामर्थ्य सेवा करनी चाहिए तथा सेवा का अवसर मिलने पर स्वयं को सौभाग्यशाली समझना चाहिए। व सेवा के आए उस अवसर को हाथ से न जाने देने पर स्वयं को परम सौभाग्यशाली समझना चाहिए। हमें जगत में जब भी संत, गुरु, परमात्मा, बुजुर्ग, माता-पिता व धर्म एवं संस्कृति की सेवा का अवसर मिले तो उसे प्रसन्न होकर करनी चाहिए ,भार समझकर नहीं। क्योंकि भार समझकर की गई सेवा, सेवा की श्रेणी में नहीं आती है। यह मात्र सेवा का दिखावा हो सकता है सेवा नहीं।
अपने दिव्य वचनों में उन्होंने कहा कि मैं नहीं कहता सारे संसार की सेवा करें या जितनी कोई और सेवा कर रहा हो उतनी सेवा करें, परंतु यह तो अवश्य कहूंगा कि जहां कर सके, जितनी कर सके, जब कर सके, जैसे भी कर सके, जितनों व जिनकी कर सकें सेवा अवश्य करें।
अपने धारा प्रवाह प्रवचनों से उन्होंने सभी को मंत्रमुग्ध व भाव विभोर कर दिया । सारा वातावरण “श्री गुरू महाराज”, “कामां के कन्हैया” व लाठी वाले भैय्या की जय जयकार से गूंज उठा ।
अनेक हुई दुर्घटनाओं जिनमें बड़ी संख्या में लोगों की जानें गई व जम्मू कश्मीर इस बीच हुई अनेक आतंकी घटनाओं में वीर अमर शहीदों की शहादत के कारण इस वर्ष श्री हरि कृपा आश्रम में गुरू पूर्णिमा महोत्सव सादगी से मनाया जा रहा है । श्री महाराज जी के दर्शनों व दिव्य अमृत वचनों को सुनने के लिए भक्तों की लगातार भारी भीड़ उमड़ रही है । नित्य भण्डारे में भी हज़ारों श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं । आश्रम में स्थित श्री रघुनाथ मंदिर, श्री हनुमान मंदिर व श्री चैतन्येश्वर महादेव मंदिर में भव्य झांकी सजाई गई है ।
शनिवार प्रातः 7:30 बजे तीर्थराज विमल कुण्ड का दुग्धाभिषेक , पूजन व महाआरती करके श्री महाराज जी के सानिध्य में परिक्रमा एंव भव्य व विशाल कलश यात्रा निकाली जाएगी । सभी को सप्रेम आमंत्रण दिया गया है ।