Bharatpur : रामकथा में परमपूज्य योगी महाराज जयपुर ने किया मंगल पदार्पण

Support us By Sharing

कथा के सातवें दिन भक्तजनों की भारी भीड़ के बीच श्री रामभद्राचार्य जी के श्री मुख से भ्रातृ प्रेम से पूर्ण भरत प्रसंग का मंगल वाचन हुआ निस्सारित

नदबई| कस्बा स्थित सुभद्रा सेवा कुंज के प्रांगण में क्षेत्र सहित समस्त भक्त जनों को भगवान श्री राम की कथा का अमृत पान कराने के लिए टैगोर शिक्षा संस्थान द्वारा संचालित राम कथा के सातवें दिन बुधवार को कथा प्रवचक जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी द्वारा अपने श्री मुख से भ्राता आस्था के साथ ही प्रेम का मंगल वाचन निस्सारित कर भक्तजनों को सनातन भक्तिरस से सरोवार कर दिया गया।भरत चरित्र प्रसंग के उपलक्ष्य में चरणवंदना हेतु प्रमुखता से पधारे अखिल भारतीय श्री पंच तेरा भाई त्यागी अयोध्या के परम पूज्य योगी महाराज जयपुर ने प्रभु चरणों में लगाई हाजिरी बुधवार को जगतगुरु से भ्राता प्रेम एवं राजभोग का परित्याग करने वाले भरत जी के चरित्र की कथा का रसपूर्ण श्रवण करने के लिए दोपहर से ही सनातन धर्म रक्षक समस्त संतो का आगमन शुरू हो गया। लगातार रूप से नदबई की धरा को अपने चरण कमलों से पवित्र भूमि में परिवर्तित करने वाले अकल्पनीय संतों का आगमन भक्तजनों के लिए चिरस्थाई एवं उनके जीवन का अविस्मरणीय समय बन गया । कार्यक्रम के आयोजक सतीश चंद शर्मा ने बताया की आज बुधवार को रामकथा के 7वें दिन जगतगुरु भद्राचार्य जी के मुख से निस्सारित होने वाली प्रभु भरत जी के चरित्र की कथा सहित भ्राता प्रेम के रस की पराकाष्ठा को प्रवाहित करने वाले भरत चरित्र का श्री गुरुमुख से रसपान करने हेतु अखिल भारतीय श्री पंच तेरा भाई त्यागी अयोध्या के परम पूज्य योगी महाराज सहित दाऊजी महाराज श्रीनाथजी मंदिर पूंछरी के लौठा से वीरेंद्र सिंह राठौड़ जी प्रमुखता से पधारे। साथ ही रामगढ़ से भाजपा के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा सहित भरतपुर राजवंश के उत्तराधिकारी युवराज अनिरुद्ध सिंह ने माता दिव्या सिंह सहित जगद्गुरु की चरणवंदना कर आशीर्वचनो का रसपान किया गया। अब तक इस भक्ति रस की गंगा में श्री सुतीक्षण दास जी महाराज सुदामा कुटी वृंदावन श्री श्री 1008 श्री योगीराज रामकरण दास जी महाराज, यज्ञ सम्राट बालक योगेश्वर दास जी महाराज, बद्रीनाथ धाम परमहंस मदन मोहन जी महाराज, पर्णकुटी पदार्पण सहित गौरांग बाबा गोविंद कुंड वाले, चंदू मुखिया श्रीनाथजी मंदिर गिर्राज जी राम भैया महंत मुखारबिंद सहित सनातन धर्म की ध्वजा विस्तारित करने वाले अनेकों संतगण मौजूद रहे है ।।

P.D. Sharma


Support us By Sharing

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *