पूज्य पवित्रमति माताजी गरिमा मति माताजी करण माताजी के सानिध्य में विशेष शांति धारा अभिषेक माताजी के सानिध्य में

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कुशलगढ|नौगामा परम पूज्य पवित्रमति माताजी गरिमा मति माताजी करण माताजी के सानिध्य में गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष में 1008 आदिनाथ मंदिर में विशेष शांति धारा अभिषेक किया गया साथ ही 1008 भगवान महावीर समवशरण मंदिर की सुखोदय तीर्थ नसिया भी विशेष शांति धारा अभिषेक किया गया, अभिषेक करने का प्रथम सौभाग्य गांधी अमित कुमार अरविंद, पंचोरी गीतांश विपुल नानावटी सुभाष चंद्र पन्नालाल मेहता अभिषेक हीरालाल जी बागीदौरा, को प्राप्त हुआ इस अवसर माताजी ने अपने प्रवचन में कहा कि गुरु की महिमा बड़ी अपरंपार है गुरु बिना ज्ञान संभव नहीं है आज उन गुरुओं को प्रणाम है जिन्होंने हमें धर्म कार्य सद कार्य करने के संस्कार दिए आज गुरु और शिष्य का दिन है इस अवसर पर माताजी ने अपने प्रवचन में कहा कि अपने धन का सदुपयोग करना चाहिए धन का उपयोग दान पुण्य सद कार्य मैं करे माताजी ने कहा कि दिनांक 22 जुलाई को नौगामा नगर का अहो भाग्य है कि यहां चातुर्मास का लाभ मिल रहा है हमें चातुर्मास में धर्म सभा का लाभ लेना है उन्होंने कहा कि इस नौगामा नगर के कहीं पुण्यशाली जीव है।जिन्होंने यहा विशालतम जिनालय बनाए हैं उनमें विराजमान जिन बिम्बो मे अतिशय है। कि नगर के लोग सुखी व समृद्धि शाली है। चातुर्मास का मंगल भव्य मंगल प्रवेश अदितिय रहा। इस प्रकार से चातुर्मास भी मंगलमय हो ऐसा मेरा आशीर्वाद है इस अवसर पर चातुर्मास कमेटी के अध्यक्ष निलेश जैन ने बताया कि मुख्य पांच कलश आदिनाथ, नेमिनाथ, गुरुवार ज्ञान सागर ,समय सागर विवेक सागर के नाम से पांच कलश होंगे इस हेतु व्यापक तैयारियां की गई है पंडाल को एवं आदिनाथ मंदिर परिसर को विशेष रूप से सजाया गया है एवं 51 कलश और होंगे प्रातः आदिनाथ विधान होगा दोपहर में 1:00 बजे से चातुर्मास स्थापना का कार्यक्रम विधानाचार्य प्रदीप भैया एवं नमन भैया, विधानाचार्य रमेश चंद्र गांधी के दिशा निर्देशन में होगा कार्यक्रम में अन्य राज्यों से भी धर्म प्रेमी बंधुओ का आगमन होगा कार्यक्रम में पधारै हुए सभी धर्म प्रेमी बंधुओ के लिए वात्सल्य भोज की व्यवस्था रखी गई है। वात्सल्य भोज के पुनार्जक गांधी प्रीतेश तेजमल जी है एवं कार्यक्रम के ध्वजा रोहण करता वर्धमान हॉस्पिटल बांसवाड़ा द्वारा किया जाएगा। उक्त जानकारी जैन समाज प्रवक्ता सुरेश चंद्र गांधी द्वारा दी गई।


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