जिला कलक्टर ने जिलेवासियों से की तीव्र जलप्रवाह एवं उच्च जल स्तर वाले क्षेत्रों से दूर रहने की अपील
गंगापुर सिटी, 05 अगस्त 2024 । जिले बारिश के निरन्तर जारी दौर को देखते हुए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सुरक्षा, बचाव एवं राहत सम्बन्धी एडवाइजरी जारी की है| जिले में जलभराव, बाढ़ एवं अतिवृष्टि की सम्भावनाओं को देखते हुए जन-धन के सुरक्षात्मक उपाय एवं उचित प्रबन्धन हेतु जिला कलक्टर डॉ. गौरव सैनी ने आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये| वहीं आमजन से तीव्र जलप्रवाह एवं उच्च जलस्तर वाले क्षेत्रों से दूर रहने एवं सावधानी बरतने की अपील की।
जिला कलक्टर ने बताया कि जिले में सभी स्तरों पर आपदा प्रबंधन, सुरक्षा, बचाव एवं राहत से सम्बंधित नियत्रंण कक्ष स्थापित कर दिए गयें हैं| जिला स्तर पर दूरभाष नं. 07463-236636 वहीं निकाय स्तर पर नगर परिषद् में दूरभाष नं. 07463-234041 पर नियन्त्रण कक्ष स्थापित किये गए हैं| जिन पर आपातकालीन स्थिति में बाढ़ एवं अतिवृष्टि से सम्बंधित शिकायतों के त्वरित निस्तारण हेतु सम्बंधित प्रभारी अधिकारिओं निर्देशित किया गया है|
डॉ. सैनी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से जिले एवं जिले के आसपास के क्षेत्रों में बारिश का दौर निरन्तर जारी है| जहाँ से जिले के कई तालाब, झरने, कुण्ड, एनिकट एवं बाँध आदि में पानी की प्रचूर मात्रा में आवक हो निरन्तर हो रही है । वहीं पिछले दिनों में इस कारण सुरक्षा की दृष्टि से पांचना बाँध के द्वार भी खोले गए और आगामी कुछ दिन तक बारिश का दौर जारी रहने की सम्भावना के मद्देनजर आगे भी सुरक्षा की दृष्टि से बाँधों के द्वार खोले जा सकतें हैं| ऐसे में जलभराव वाले निचले इलाकों में रहने वाले लोगों से विशेष सावधानी बरतने की अपील है| वहीं आमजन को जलप्रवाह के क्षेत्र में आने वाले निचले इलाकों एवं नदी के बहाव क्षेत्र में जाने और अपने मवेशियों को भी उक्त स्थानों से दूर रखने की सलाह है| मौसम से सम्बंधित जारी अधिकारिक सूचनाओं, समाचारों एवं एडवाइजरी पर नजर बनाये रखें और किसी भी तरह के खतरे की सम्भावना महसूस होने पर उचित सुरक्षित स्थान पर चले जाए।
जल स्तर बढ़ने पर उफान वाले क्षेत्रों में पुल-पुलिया आदि की रपट पर जाने से बचें
जिला कलक्टर ने बताया कि बारिश के दौरान आसपास के क्षेत्रों में पानी की प्रचूर मात्रा में आवक होने के कारण ख़ास कर जब सुरक्षा की दृष्टि से बाँध आदि के द्वार खोले जाते हैं तो सम्बंधित नदी-नालों एवं निचले इलाकों में जल प्रवाह के स्तर में तेजी से बढ़ोतरी होती है, विशेष कर पहाड़ी क्षेत्रों में पानी का स्तर तीव्र गति से बढ़ जाता है। ऐसे में जलस्तर के घटने का इंतजार करें या कहीं आने-जाने के लिए सुरक्षित ऊँचाई वाले वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें। लेकिन किसी भी स्थिति में उफान और तीव्र जलप्रवाह वाले नदी-नालों, पुल-पुलिया, रपट, आदि वाले क्षेत्रों को पार नहीं करें और न ही अपने पशुओं को जाने दें। सभी का जीवन अनमोल है| छोटी सी गलती, जल्दबाजी या दुस्साहस के कारण जीवन को अनावश्यक संकट में न डालें।
रील व सेल्फी के चक्कर में जान जोखिम में न डालें
मानसून के सक्रिय होने से मौसम भी सुहाना हो चुका है। ऐसे में नदी-नालों, पुल- पुलिया के किनारे और प्राकृतिक झरने वाले स्पॉट्स लोगों की पहली पसंद होती है। ऐसे में मौसम का लुत्फ जरूर उठाएँ लेकिन रील बनाने, सेल्फी लेने और रोमांच के चक्कर में अपनी और अपने परिवार की जान से खिलवाड़ न करें, विशेष कर बच्चों को तेज पानी के बहाव वाले स्थान पर न जाने दें। क्योंकि लगातार हो रही बारिश के कारण पानी का बहाव कभी भी तेज हो सकता है।