गले की फांस बन गए हैं खंडहर रेल आवास

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अपराधियों की शरण स्थली भी बने हैं खंडहर रेल आवास

 यूनियन ने रेल प्रशासन से की खंडहर रेल आवासों को ध्वस्त करने की मांग

गंगापुर सिटी 10अगस्त|यहां रेलवे कॉलोनी में रहने के अयोग्ग खंडहर रेल आवास अब कॉलोनी वासियों के लिए गले की फांस बन गए हैं। इन खंडहर रेल आवासों में नशेड़ी स्मेकची पड़े रहते हैं और आपराधिक गतिविधियां करते रहते हैं।
उल्लेखनीय की गंगापुर रेलवे स्टेशन जो की लगभग 1905 में स्थापित हुआ था इसकी स्थापना के बाद में यहां रेलवे कॉलोनी एवं रेलवे कारखाने बनाए गए लेकिन तकनीकी बदलाव एवं समय काल के कारण उस समय लगभग वर्ष 1912, 1913, 1915 के निर्माण किए हुए यह रेल आवास और कार्यालय भवन अब काम के लायक नहीं रहे है। रेल प्रशासन ने भी इन्हें रहने की अयोग्य, अंबडन घोषित कर दिया है। वर्ष 2020 में कोटा मंडल के इंजीनियरिंग विभाग की ओर से वरिष्ठ खंड इंजीनियर कार्य ,सहायक मंडल इंजीनियर एवं मंडल इंजीनियर कोटा द्वारा डीआरएम कार्यालय में इस बारे में पत्र लिखकर इनको ध्वस्त करने के लिए अनुमति मांगी गई। लेकिन रेलवे के वित्त विभाग एवं लेखा विभाग द्वारा इन फाइलों को बार-बार लौटा दिया जाता है जिसके कारण इनका ध्वस्त करने की कार्रवाई नहीं हो पा रही है। गंगापुर सिटी में वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन की पदाधिकारीयों द्वारा इस बारे में समय-समय पर पश्चिम मध्य रेलवे के महाप्रबंधक को मंडल रेल प्रबंधक को एवं संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन दिए गए साथ में रेल प्रशासन एवं यूनियन के मध्य होने वाली स्थाई वार्ता तंत्र की मीटिंग में भी खंडहर रेल आवासों को ध्वस्त करने के मुद्दों को उठाया गया लेकिन प्रशासन की नींद नहीं खुली है। और आज भी यह आवास कॉलोनी में रेल कर्मचारी के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं।

गत दिवस यूनियन के महामंत्री मुकेश गालव के गंगापुर सिटी आगमन पर यूनियन के मंडल उपाध्यक्ष नरेंद्र जैन ने यह मुद्दा जोरदार तरीके से उठाया एवं इस बारे में लिखित में ज्ञापन भी प्रस्तुत किया।

यूनियन के महामंत्री मुकेश गालव ने तुरंत ही अपर मंडल रेल प्रबंधक एवं वरिष्ठ मंडल इंजीनियर समन्वय से फोन पर बात करके गंगापुर सिटी में एक खंडहर पड़े रेल आवासों को जल्दी से जल्दी ध्वस्त करने की मांग की। साथ में रेल प्रशासन को आगाह किया कि यह खंडहर रेल आवास अपराधियों की शरण स्थल बने हुए हैं रेलवे कॉलोनी में कभी भी कोई बड़ी घटना घट सकती है।

रेलवे कॉलोनी में स्थित तीन कार्यालय भवनों,व 80 रेल आवासों को रहने के अयोग्य अवंडन घोषित किया हुआ है। हाल ही में कैरिज कॉलोनी के लगभग 18 रेल आवासों को भी अबंडन करने का प्रस्ताव मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय कोटा में भेजा गया है। बहुत सारे रेल आवास ऐसे हैं जिनकी खराब स्थिति के कारण कोई भी रेल कर्मचारी उनमें रहना नहीं चाहता। रेलवे को जल्दी से जल्दी इन क्वार्टर को रहने के अयोग्य घोषित कर इन्हें ध्वस्त करने की कार्रवाई की जानी चाहिए साथ में यहां नये रेलवे आवासों का निर्माण भी करना चाहिए।


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