बारिश से ऑडोटोरियम की छत गिरी, भगदड़ में 1 बच्ची को आई चोट, 60 किलोमीटर की स्पीड से चली हवा में गिरे पेड़
भरतपुर में बारिश के साथ 60 किलोमीटर की स्पीड से चली हवा से एक बड़ा हादसा होने से टल गया। तेज हवा की वजह से ऑडोटोरियम की छत गिर गई। घटना के दौरान ऑडोटोरियम में बच्चों का एक कार्यक्रम चल रहा था। इस दौरान ऑडोटोरियम में करीब 5 सौ लोग मौजूद थे। छत गिरते ही मौके पर भगदड़ मच गई। इस हादसे के बाद यूआईटी के चेयरमैन अलग ही तर्क देते हुए नजर आए, चेयरमैन कमल राम मीणा ने हादसे को लेकर कहा कि, तेज हवा के दौरान किसी ने ऑडोटोरियम के गेट खोल दिये, जिसकी वजह से ऑडोटोरियम में हवा चली गई और उससे प्रेशर बन गया। जिसकी वजह से ऑडोटोरियम की छत गिर गई।
दरअसल भरतपुर युवा संस्था की तरफ से एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जिसमें बच्चों का मॉडलिंग और डांस का कार्यक्रम था। कार्यक्रम सही चल रहा था। अचानक दोपहर 2 बजे मौसम ने करवट ली और घने बादल छा गए। 2 बजकर 10 मिनट बारिश शुरू हो गई। करीब 10 मिनट बारिश होने के बाद 60 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से हवा चलने लगी। तेज हवा से अचानक ऑडोटोरियम की छत भरभराकर नीचे गिर गई। जिससे मौके पर भगदड़ मच गई। ऑडोटोरियम में लोग इधर-उधर भागने लगे।
आयोजनकर्ता कौशल शर्मा ने बताया कि, आज कार्यक्रम में जब फैशन शो चल रहा था तो अचानक बारिश के साथ आई हवा के कारण ऑडोटोरियम में लगे टीनशेड उड़ने लगे। बहुत आंधी आई, अचानक गिरने की आवाज आई तो ऑडोटोरियम में भगदड़ मच गई। जिससे भगदड़ में लोग गिरे और भागे। एक लड़की के हाथ में चोट आई है। कार्यक्रम पूरा खराब हो गया। कार्यक्रम के लिए जो LED लगाई थी वह भीग कर खराब हो गईं। जब ऑडोटोरियम की हालत इतनी खराब थी तो यूआईटी ने कार्यक्रम करने की क्यों परमिशन दी। ऑडोटोरियम ने 60 हजार रुपये किराए के लिए, 15 हजार सिक्युरिटी ली, और बिजली का चार्ज अलग से देने को कहा गया था।
शहर में करीब 8MM तक बारिश हुई और 60 घंटे प्रति किलोमीटर के हिसाब से आंधी चली। इसके अलावा जिले के कई इलाकों में हल्की बुंदाबांदी और ओले भी गिरे। शहर के मोरी चार बाग में मुख्य सड़क पर लगा एक पेड़ तेज हवा के कारण टूटकर सड़क पर गिर गया। जिससे वहां जाम लग गया। प्रशासन को सूचना मिलने के बाद वहां जेसीबी की सहायता से पेड़ को सड़क से हटाया गया।
P. D. Sharma