राष्ट्रीय तैराकी में अब नई ताकत बन रहा है मरु प्रदेश

Support us By Sharing

सब जूनियर और जूनियर नेशनल में राजस्थान ने जीते दस पदक

शाहपुरा |भुवनेश्वर में संपन्न हुई 40वीं सब जूनियर और 50वीं जूनियर राष्ट्रीय प्रतियोगिता में राजस्थान के तैराकों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एक स्वर्ण, चार रजत और पांच कांस्य सहित कुल दस पदक जीते। राजस्थान ने पहली बार लड़कों की चार गुणा 50 मीटर मेडले रिले में भी रजत पदक हासिल किया है। प्रतियोगिता में राजस्थान के बीस सदस्यीय दल ने हिस्सा लिया जिसमें 11 लड़कियां और नौ लड़के शामिल हैं।
राष्ट्रीय प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन के बाद राजस्थान टीम सोमवार को जयपुर लौटी। राजस्थान तैराकी संघ के अध्यक्ष अनिल व्यास ने टीम के शानदार प्रदर्शन पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि पिछले कुछ वर्षों में राष्ट्रीय तैराकी में राजस्थान एक ताकत के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में तैराकी की सीमित सुविधाओं के बावजूद प्रदेश के तैराक राष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। राजस्थान के राजसमन्द के युग चेलानी ने तो पिछली जूनियर राष्ट्रीय प्रतियोगिता में अकेले ही 5 स्वर्ण पदक जीत नया इतिहास रच दिया था। इस बार हमने पहली बार दस पदक हासिल किए हैं। अनिल व्यास ने कहा कि प्रदेश में तैराकी के लिए अच्छी सुविधाएं और अच्छे कोच उपलब्ध हों, तो राजस्थान के तैराकों को ट्रेनिंग के लिए दूसरे राज्यों में नहीं जाना पड़े।
प्रतियोगिता में राजस्थान के लिए एकमात्र स्वर्ण पदक जयपुर की दक्षिणा जोशी ने लड़कियों के ग्रुप-2 की 200 मीटर बटरफ्लाई स्पर्धा में जीता। मोहम्मद अनस ने लड़कों के ग्रुप-1 की 50 मीटर ब्रेस्ट स्ट्रोक, सिरजन सिंह ने ग्रुप-2 की 200 मीटर ब्रेस्ट स्ट्रोक, हर्षदित्य सिंह ने ग्रुप-3 की 100 मीटर बैक स्ट्रोक स्पर्धा में रजत पदक जीता, वहीं पहली बार हर्षदित्य सिंह, हृदय भोजवानी, प्रतीक कुरिया और अमन सामोता की चौकड़ी ने 4 गुणा 50 मीटर मेडले रिले में भी राजस्थान को रजत पदक दिलाया। राजस्थान के लिए प्रतीक कुरिया ने 200 मीटर फ्रीस्टाइल, रिसजन सिंह ने 100 मीटर ब्रेस्ट स्ट्रोक, मोहम्मद अनस ने 200 मीटर ब्रेस्ट स्ट्रोक, सिरजन सिंह देओल ने 20 मीटर ब्रेस्ट स्ट्रोक और प्रतीक कुरिया ने 200 मीटर व्यक्तिगत मेडले में कांस्य पदक भी हासिल किया।


Support us By Sharing