जो हमने दिया है वही हमारे पास लौट आयेगा- मुनि ‘मेघांश’
शाहपुरा|शासन श्री मुनि सुरेश कुमार के सहवर्ती मुनि सम्बोध कुमार ने मेधांश ने कहा- अध्यात्म वह प्रतिष्ठित होता है जहा सहजता सांस लेती है। जो हम औरो को देते हैं वहीं लौटकर हमारे पास आयेगा। धोखा दिया तो धोखा मिलेगा , प्यार बांटा है तो प्यार वापिस लौटेगा। अपने विवेक को दांव पर ना लगने दे। रोज समीक्षा करे कि कही मैंने जाने-अनजाने किसी की आँख में धूल तो नहीं झोंक दी। मुनि मेधांश जैन आगम भगवती का वाँचन करते हुए कह रहे थे। उन्होने कहा – बगुला एक पांव पर आँख मुंदे खड़ा है. पुरी दुनिया को उसका ध्यानी होता दिखता है। मगर उसकी असलियत सिर्फ उस मछली को पता है जो उसका शिकार होती है। उन्होने जैन ररामायण का वाचन करते हुए कहा- राम म्लेच्छ राजाओं को घुटने टेकने को मजबूर कर देते है तो राजा जनक की सीता के लिए श्रेष्ठ वर की तलाश खत्म हो जाती है और वे राम को सीता का वरण करने अनुरोध प्रस्तुत करते है।
मुनि सिद्धप्रज्ञ ने शांत सुधारस का वांचन करते हुए कहा- धर्म का सर्वश्रेष्ठ रूप है अहिंसा, संयम और तथ जो इस इस रत्नत्रय की आराधना करते है, देवता भी उसे नमस्कार करते हैं। धर्म इन दिनों दिखावटी होने लगा है। कोरी धार्मिकता नैतिकता से अगर वंचित है तो धर्म पर हजारो सवाल उठते हैं।
कृष्ण कथा व आरोग्य वार्ता आज
जन्माष्टमी के पूर्व दिवस पर रविवारीय कार्यक्रम के तहत शासन श्री मुनि च सुरेश कुमार के सान्निध्य में महाप्रज्ञ विहार में प्रातः 9:00 – 10:30 बजे तक कृष्ण कथा व आरोग्य वार्ता का आयोजन होगा। आरोग्य वार्ता के तहत हृदय रोग विशेषज्ञ (गीतांजली अस्पताल, डॉ. संजय गांधी हृदय रोग के कारण और निवारण पर टॉक शो प्रस्तुत करेंगे।
यह जानकारी तेरापंथ सभा अध्यक्ष कमल नाहटा ने दी।