जिला निष्पादन समिति की बैठक सम्पन्न

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विद्यालयों में बेहतर शिक्षा के साथ गुणवत्तापूर्ण आधारभूत सुविधाऐं भी सुनिश्चित करें – डीएम

भरतपुर, 04 सितम्बर। जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव की अध्यक्षता में जिला निष्पादन समिति की बैठक बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई। जिला कलक्टर ने विद्यार्थियों के ड्रॉप आउट पर विशेष रूप से ध्यान देते हुए समस्त सम्बन्धित अधिकारियों व शिक्षकों को ड्रॉपआउट कम हो, यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
जिला कलक्टर ने विद्यालयों के विकास के लिये संस्था प्रधान एवं समस्त कार्मिकों के स्थानीय समुदाय के साथ समन्वय स्थापित कर भामाशाहों को तलाशने तथा भामाशाह एवं विभिन्न सरकारी ऐजेन्सियों द्वारा विद्यालयों में विकास कार्यों के लिये सहभागिता की बात कही। उन्होंने विद्यालयों में भौतिक संसाधनों बिजली, पानी, शौचालय, चारदीवारी ,खेल मैदान, अतिरिक्त कक्षा-कक्ष आदि के लिये ब्लॉक स्तर पर सघन मॉनीटरिंग करने के निर्देश दिये एवं उक्त कार्य हेतु जिला परिषद के माध्यम से नरेगा कार्यों के तहत गुणवत्ता पूर्ण कार्य कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि राज्य स्तर पर शाला दर्पण के निर्धारित मापदण्डों के अनुसार जिले की रैकिंग में सुधार हेतु अतिरिक्त प्रयास करने को कहा। उन्होंने नवाचार के तहत पुस्तकालय निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश प्रदान किये।
जिला कलक्टर ने जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को विद्युत, पेयजल कनेक्शन विहीन विद्यालयांे में अगले सत्र प्रारम्भ होने से पहले विद्युत एवं पेयजल कनेक्शन करवाये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जिन विद्यालयों में खेल मैदान, शौचालय एवं चारदीवारी नहीं हैं ऐसे समस्त विद्यालयों की सूची बनाकर संबंधित अधिकारी को उपलब्ध कराने एवं समस्त जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को प्रतिमाह कस्तूरबा बालिका छात्रावासों एवं महात्मा गॉधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों का नियमित निरीक्षण कर प्रतिवेदन रिपोर्ट मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी को प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने शिक्षा विभाग द्वारा संचालित फ्लैगशिप योजनाओं के अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने की बात भी कही।
जिला कलक्टर ने बैठक में मिड डे मील की उपलब्धता की जानकारी लेते हुए विद्यालयों में दूध व अन्य खाद्य सामग्री की सप्लाई की समय-समय पर जानकारी लेकर गुणवत्ता का ध्यान रखने के निर्देश दिये। उन्होंने सभी को निर्देश दिये कि स्कूलों में बच्चों का समय समय पर स्वास्थ्य परीक्षण भी करायें क्योंकि बच्चे स्वस्थ रहेंगे तभी पढ़ाई अथवा खेलों में आगे बढ़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक बच्चों के सार्वंगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने बाल वाटिका एवं आंगनबाडी केन्द्रों में सुविधाओं को बेहतर करते हुए अभिभावकों को केन्द्रों पर अपने बच्चों को भेजने के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिये। उन्होंने प्राईवेट विद्यालयों द्वारा टीसी देने एवं फीस प्रकरणों के संबंध में मॉनिटंिरग कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा।
बैठक में सिविल निर्माण कार्यों की ब्लॉकवार समीक्षा की जिसके तहत जिला कलक्टर ने डीग एवं भरतपुर जिले के विभिन्न विद्यालयों में कराये जा रहे विकास कार्य समय पर पूर्ण नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए स्वीकृत कार्य एवं प्रस्तावित कार्यों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये साथ ही लापरवाही बरतने वाले कार्मिकों एवं एजेन्सियों के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों को विद्यालयों एवं छात्रावासों का नियमित भ्रमण कर व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने के निर्देश देते हुये जीर्ण-शीण भवनों की मरम्मत शीघ्र शुरू करवाने के निर्देश दिये। बैठक में शिक्षा विभाग की आगामी योजनाओं एवं लक्ष्यों पर पॉवर पॉइन्ट प्रजेन्टेशन द्वारा बिन्दुवार चर्चा की गयी।
इन विषयों पर हुई चर्चा
बैठक में विद्यालय भूमि/भवन अतिक्रमण, नवीन सत्र में प्रवेशोत्सव, निर्माण कार्य समग्र शिक्षा, निशुल्क पाठ्यपुस्तक कार्यक्रम, दुग्ध गोपाल योजना, आरटीई पुनर्भरण एवं इन्द्रा शक्ति फीस पुनर्भरण योजना, महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम राजकीय विद्यालयों, पीएम श्री विद्यालयों, जिले की रैकिंग, शाला सम्बलन, टिकिट्स, आईसीटी योजना, मिशन स्टार्ट, आवसीय विद्यालय एवं छात्रावासों की समीक्षा, समावेशी शिक्षा, व्यवसायिक शिक्षा एवं शिक्षा विभाग की विभिन्न योजनाओं सहित अन्य बिन्दूओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा कर आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किये गये।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी शैलेन्द्र सिंह, मुख्य शिक्षा अधिकारी मघु भार्गव, अधीक्षण अभियंता पीएचईडी मनोहर सिंह, अधीक्षण अभियंता जेवीवीएनएल सहित जिले के समस्त सीबीईओ सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।


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