राष्ट्र और समाज में बढेगी प्रेम व भाईचारा की भावना
यात्रा के समय आराम और फुर्सत के पल में होंगी दुःख-दर्द की बाते साझा
भरतपुर,डीग,मथुरा एवं टोंक जिले में लगाई जा रही सीमेन्ट कुर्सियां
भरतपुर|राष्ट्र और समाज में भाईचारा,प्रेम,धर्मनिरपेक्षता कायम,फुर्सत के पलो में दुःख-सुख की बाते साझा करने तथा यात्रा के समय आराम उपलब्ध कराने के उद्देश्य से समृद्व भारत अभियान के निदेशक सीताराम गुप्ता के द्वारा सार्वजनिक,धार्मिक स्थल,बस स्टेण्ड सहित जिन तिराया-चैराया पर लोगों का अधिक आना-जाना रहता है आदि स्थान पर आमजन व यात्रियों की सुविधा को सीमेन्ट की कुर्सियां लगवाई जा रही है। अब तक निदेशक गुप्ता के द्वारा भरतपुर,डीग,मथुरा एवं टोंक जिले में 218 सीमेन्ट कुर्सियां लगवाई जा चुकी है और ये क्रम आज भी जारी है।
निदेशक सीताराम गुप्ता ने बताया कि आधुनिक चटक-भटक,पाश्यचात संस्कृति,कृषि कार्यो में मशीनीकरण,मानव जीवन में मोबाइल जैसे मनोरंजन के साधन आदि का प्रवेश होने से ग्रामीण अंचल के अधिकांश लोग एकल जीवन व्यतीत करने लगे है। वही शहर के लोग भी प्राचीन धरोहर,बगीची,आश्रम,उद्यान आदि को धीरे-धीरे भूलते जा रहे है। जिसका असर मानव जीवन पर पड रहा है और लोगों में प्रेम व भाईचारा की भावनाएं कम होने लगी है। राष्ट्र और समाज में प्रेम,भाईचारा,देशभक्ति, धर्म निरपेक्षता और फुर्सत के पलों में दुःख-सुख की बाते साझा करना,यात्रा के समय आराम आदि के उद्देश्य से भरतपुर,डीग,टोंक,मथुरा आदि जिले में सीमेन्ट कुर्सियां लगवाई जा रही है और ये क्रम जारी रहेगा। उन्होने बताया कि सीमेन्ट कुर्सियों पर फुर्सत के समय में बैठ कर लोग जीवन में आ रहे दुःख-सुख की बाते साझा,जिससे स्वास्थ्य निरोगी रहे और असाध्य रोगो से बच सके। साथ ही यात्रा करते समय बस स्टेण्ड,तिराया-चैराहा आदि स्थान पर वाहन या किसी का इन्तजार के समय बैठने के व्यवस्था मुहैया हो सके,जहां वे आराम भी कर सकते है। उन्होने बताया कि सार्वजनिक व धार्मिक स्थल पर सीमेन्ट कुर्सियां लगी होने से आमजन में प्रेम,भाईचारा,देशभक्ति,धर्मनिरपेक्षता आदि की भावनाए जागरूक होगी और सर्व धर्म व सर्व समाज में देश भक्ति,समाजसेवा,एकता,अखण्डता कायम रहेगी।
समृद्व भारत अभियान के प्रदेश प्रभारी पुनीत गुप्ता ने बताया कि निदेशक सीताराम गुप्ता के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए भरतपुर,डीग,टोंक,मथुरा जिले में सीमेन्ट कुर्सियां लगवाई जा रही है,अब तक 218 कुर्सियां लगवाई जा चुकी है और ये क्रम जारी है। जहां सीमेन्ट कुर्सियां लगेगी,उस स्थान,गांव,बस स्टेण्ड,तिराया-चैराहा आदि का सर्वे कारी जारी है,सर्वे टीम की रिर्पोट एवं लोगों की मांग पर चयन किया जाऐगा। उसके बाद सीमेन्ट कुर्सियां लगेगी। उन्होने बताया कि भरतपुर शहर, सेवर,बयाना,वैर,नदबई,रूपवास,भुसावर,डीग जिले के कुम्हेर,कामां,पहाडी,नगर,डीग, टोंक जिले के निवाई,मथुरा जिले के गोर्वधन ब्लाॅक में 218 सीमेन्ट कुर्सियां लग चुकी है।
– कहां-कहां लगी सीमेन्ट कुर्सियां
भरतपुर शहर में केवलादेव नेशनल पार्क,हीरादास सर्किल,गोलमोल बगीची,भूरी व्यायाम शाला,लटूरिया हनुमान बगीची,महिला सुधार गृह सेवर,बयाना उपखण्ड में थाना कोट,बन्ध बारेठा,अलापुरी,भीमनगर गुरूद्वारा,वीरमपुरा,झील का वाडा,खेरिया मोड,वैर उपखण्ड में हलैना,वैर,लुहासा तिराया,भुसावर उपखण्ड में निठार, वल्लभगढ,रूपवास उपखण्ड में खेरिया मोड,नदबई उपखण्ड में झारकई,हन्तरा, बुढवारी,लखनपुर,नदबई,गांगरोली,बहरामदा,बछामदी,गंगवाना,मई आदि तथा डीग जिले के मील मदरसा,बेढम,कामां व पहाडी मदरसा,गोर्वधन धाम के पूछंरी का लोठा,पैगोर की चामुण्डा माता आदि गांवों,टोंक जिले के निवाई उपखण्ड के कई गांवों के बस स्टेण्ड,तिराया-चैराहा,सार्वजनिक व धार्मिक स्थल,अस्पताल,बगीची,पार्क आदि पर 218 सीमेन्ट कुर्सियां लग चुकी है।