बांसवाड़ा| झाबुआ के पिटोल ग्राम में मुख्य यजमान नागर परिवार द्वारा दीनांक 11 सितंबर से गौ संत रघुवीर दास जी महाराज के मुखारविंद से राधा कृष्ण मंदिर में सात दिवसीय भागवत कथा अमृत की शुरुआत हुई। आज राधाष्टमी के उपलक्ष में श्री राधा रानी का वर्णन करते हुए बताया कि राधा रानी का जन्म हर प्रकार से सुख देने वाला है। भागवत कथा अमृत में श्री कृष्ण के साथ कथा का रस श्री राधा जी है, भगवान की जितनी भी लीलाएं हुई उसके पीछे यदि कोई कारण है तो वह है श्री राधा । भगवान को केवल प्रेम पसंद है और राधा जी प्रेम स्वरूप है, भगवान की कथा व लीला में मधुरता है इसलिए भगवान मंगलकारी है, जहां दुख का प्रवेश न हो वह स्थिति में मंगल है, मन में पाप होगा तो भगवान को नहीं पहचान पाएंगे। जिस दिन मनुष्य के हृदय में भागवत कथा विराजमान होगी तब साक्षात ईश्वर हमको दर्शन देने आएंगे। कथा के दौरान तबले पर ओमप्रकाश जेठवा, कोरस पर नरेंद्र जी आचार्य,गायन पर विपिन जी भट्ट, कीबोर्ड पर राघव आचार्य एवं भागवत पारायण पर पंडित शैलेश भट्ट द्वारा संगत एवं आयोजन को चार चांद लगाए जा रहे हैं जिसमें ग्राम पिटोल एवं आसपास के अनेकों श्रोतागण कथा का रसास्वादन कर रहे हैं।