जिला स्तरीय राजस्थान जल महोत्सव 2024 का आयोजन

Support us By Sharing

जल अनमोल है इसे सहेजे: जिला कलक्टर

सवाई माधोपुर, 14 सितम्बर। राज्य सरकार के निर्देशानुसार जलझूलनी एकादशी के अवसर पर सम्पूर्ण प्रदेश में पूर्ण भरे हुए जलाशयों पर शनिवार को ‘‘राजस्थान जल महोत्सव 2024’’ का आयोजन किया गया। इसी क्रम में सवाई माधोपुर जिले में जिला स्तरीय राजस्थान जल महोत्सव 2024 का आयोजन जिला कलक्टर डॉ. खुशाल यादव के मुख्य आतिथ्य में खण्डार उपखण्ड के मानसरोवर बांध के रेस्ट हाउस में हुआ।
जिला कलक्टर ने कहा कि जल अनमोल है इसे सहेजे। जलझूलनी एकादशी पर्व के शुभ अवसर पर राजस्थान जल महोत्सव 2024 का जिला स्तरीय समारोह का आयोजन मानसरोवर बांध के रेस्ट हाउस पर करने का उद्देश्य जल संरक्षण एवं आमजन को बांधों की महत्ता बताना है। तीन माह पूर्व भीषण गर्मी के पश्चात अमृत वर्षा का संग्रहण अनिवार्य है। सभी विद्यालयों, राजकीय कार्यालयों, घरों में वॉटर हार्वेस्टिंग तंत्र विकसित करें। घर का पानी घर में, खेत का पानी खेत में, गांव का पानी गांव में ही रहे इसके लिए घरों में पश्चिमी राजस्थान की तरह टांके, वहीं खेत में तलाई का निर्माण, गांव में तालाब जोहड़ के माध्यम से संरक्षण किया जाए।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरिराम मीना ने जलझूलनी एकादशी का धार्मिक महत्व बताते हुए कहा कि इस वर्ष राजस्थान में इस मानसून के दौरान 10 हजार 774 एमसीएम वर्षा जल का संग्रहण हुआ है जो कि कुल भराव क्षमता का लगभग 83 प्रतिशत है। उन्होंने जल संरक्षण के लिए जल संसाधन विभाग, ग्रामीण विकास, पंचायतीराज, कृषि, भू-संरक्षण एवं जल ग्रहण, वन, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, भू-जल, नगरीय विकास एवं आवासन विभाग, स्वायत्त शासन विभाग, पशुपालन, मतस्य एवं गौपालन विभाग को संयुक्त रूप से कार्य करना होगा। उन्होंने इस दौरान सभी उपस्थित नागरिकों को जल संरक्षण की शपथ भी दिलाई।
जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता अरूण शर्मा ने बताया कि सवाई माधोपुर में औसत वर्षा 650 एमएम के विरूष अब तक 1220 एमएम हो चुकी है जो कि औसत से करीब दुगुनी है जब भी औसत से 50 प्रतिशत अधिक वर्षा होती है तो जल महोत्सव का आयोजन होता है। उन्होंने बताया कि खण्डार उपखण्ड में सवाई माधोपुर श्योपुर रोड़ एनएच-30 पर मानसरोवर बांध का निर्माण 6 करोड़ 77 लाख की राशि से 1957 में मध्यम सिंचाई परियोजना के रूप में काडूरी नाले के उपर हुआ था, जो कि चम्बल नदी की सहायक नदी है। यह बांध 1675 मीटर लम्बा 427 मीटर चौड़ा है। इस बांध का निर्माण खण्डार तहसील के 16 गांव मायापुर, जैतपुर, छाण, गण्डायता, बदपुर, बेराना, गंगानगर, सुखवास, अल्लापुर, बहरावण्ड़ा खुर्द, फारिया, कातर, गोपालपुरा, दौलतपुरा, धर्मपुरी में सिंचाई हेतु किया गया था। इस बांध से नहर के माध्यम से इन गांवों के खेतों में सिंचाई होती है।
इस दौरान हेमराज पटेल ने उक्त गांवों के लिए जल संरक्षण में मानसरोवर बांध का महत्व बताया। इस दौरान राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय अल्लापुर की बालिकाओं द्वारा जल संरक्षण पर कविता, भाषण व नृत्य प्रस्तुत किया गया।
इस दौरान उपखण्ड अधिकारी सवाई माधोपुर अनिल कुमार चौधरी, तहसीलदार धर्मेन्द्र तसेरा, व्याख्याता चन्द्रशेखर, शिक्षक, जल संसाधन समिति सदस्य, ग्रामीण आदि उपस्थित रहे।


Support us By Sharing
error: Content is protected !!