आज दिनाँक 20/09/2024 को सहायक कृषि अधिकारी मु.कोलाड़ा पर परम्परागत कृषि विकास योजना के तहत एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जिसके अंतर्गत लाखनपुर बपुई जस्टाना पीपलवाड़ा हथडोली के लगभग 100 कृषको ने भाग लिया जिसमे सहायक कृषि अधिकारी कमलेश मीना ने जैविक खेती के बारे में जानकारी दी तथा। प्राकृतिक कृषि पध्दति भारतीय परम्परा पर आधारित पशु और स्थानीय रुप से उपलब्ध संसाधनो पर आधारित एक एक रसायन मुक्त कृषि प्रणाली है। वरिष्ठ कृषि पर्यवेक्षक रामधन मीना मु.लाखनपुर ने उपस्थित कृषको को जैविक खेती के बारे में जानकारी दी क्योकि जैविक खेती वर्तमान समय की आवश्यकता क्योकि हम लगातार रसायनिक उर्वरक रसायनिक कीटनाशक के अंधाधुंध प्रयोग से मृदा स्वास्थ्य पर्यावरण प्रदूषण तथा मानव स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड रहा है तथा अनाज की गुणवत्ता में गिरावट हो रही है। इस योजना के तहत एक कृषक को 31000 रुपए अनुदान तीन वर्ष में दिया जायेगा जिससे कृषक वर्मी कम्पोस्ट यूनिट जैविक बीज, बफर जोन बीजामर्त जीवामर्त आदि तथा वरिष्ठ कृषि पर्यवेक्षक बलवीर मीना ने डि ए पी के विकल्प के रूप मे सिंगल सुपर फास्फेट और यूरिया का उपयोग करने के बारे जानकारी दी जिससे लागत मे कमी और उत्पादन अधिक लाभ मिलेगा तथा कृषि पर्यवेक्षक राजेंद्र मीना ने विभागीय योजनाओ के बारे में जानकरी दी इस मौके पर अन्तिमा कंवरिया शालू मीना किरण मीना रेखा गुर्जर एल आर पी सुभाष आदि मौजूद रहै ।