सवाई माधोपुर,23 सितंबर। रिडिस्कवरिंग पुस्तिका का विमोचन जिला कलक्टर डॉ. खुशाल यादव एवं पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता द्वारा सोमवार को जिला कलक्टर कक्ष में किया गया। पुस्तिका का प्रकाशन पर्यटन विभाग राजस्थान द्वारा जिला कलक्टर सवाई माधोपुर के मार्गदर्शन में पर्यटन विभाग के सहायक निदेशक मधुसूदन सिंह के सहयोग से किया गया है।
जिला कलेक्टर ने इस पुस्तिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि करीब 175 पेज की इस कॉफी टेबल किताब का प्रकाशन पर्यटन विभाग द्वारा किया गया है जिसका संकलन प्रसिद्ध वन्य जीव संरक्षक डॉ. धर्मेंद्र खांडल , सहायक निदेशक पर्यटन मधुसूदन सिंह एवं प्रवीण सिंह द्वारा किया गया है।
इस पुस्तक की खास बात है क्यू आर कोड जिससे प्रत्येक ऐतिहासिक सांस्कृतिक धार्मिक विरासत को उसकी कहानी से जोड़ा गया है ।
जिला कलेक्टर ने बताया कि सवाई माधोपुर के समृद्ध विभव , ऐतिहासिक धार्मिक ,सांस्कृतिक, कृषि, हस्तकला, वन्य जीव आदि की जानकारी एक पुस्तक के रूप में संकलित करने का एक अद्भुत एवं उल्लेखनीय कार्य जिले में हुआ हैं।
उन्होंने बताया कि सवाई माधोपुर को रणथंभौर टाइगर रिजर्व के कारण ही विश्व में जाना जाता है परंतु पर्यटन की दृष्टि से यहां प्राचीन किले, मंदिर , बंद बावड़ियां ,पद दंगल जैसी लोक गीत कला , ब्लैक पॉटरी, दाल बड़े , आलू टिक्कड़, खरबूजे के लड्डू ,खीरमोहन , मंडाना आर्ट कला, छाण के प्रसिद्ध मिर्ची, करमोदा के अमरुद, अल्लापुर एवं सुखवास की बावड़ियां , यहां की अर्थव्यवस्था के प्राचीन आधार धोक के पेड़ , राजबाग, पदम तालाब, 32 खभों की छतरी , हम्मीर देव महल , कुकराघाटी की रोक आर्ट, शिवाड़ सहित सभी शिव मंदिरों की जानकारियां इसमें संकलित की गई है।
इस पुस्तिका के माध्यम से सवाई माधोपुर के वैभव की जानकारी यहां आने वाले पर्यटकों को देने के लिए सभी प्रमुख स्थान पर इनका संदर्भ पुस्तिका के रूप में रखवाया जाएगा ।
संग्रहालय सहित सभी डिस्प्ले स्थलों पर भी इसे प्रदर्शित करने की व्यवस्था के साथ-साथ राजकीय विद्यालय एवं महाविद्यालयों में सॉफ्ट कॉपी के रूप में उपलब्ध करवाया जाएगा ताकि सवाई माधोपुर के समृद्ध इतिहास एवं संस्कृति की जानकारी प्रत्येक बच्चे तक को हो।
इस दौरान उपवन संरक्षक पर्यटन रामानंद भाकर, अतिरिक्त जिला कलेक्टर जगदीश आर्य , उपखंड अधिकारी सवाई माधोपुर अभिमन्यु सिंह कुंतल, डीएफओ प्रमोद धाकड़ , उपनिदेशक सूचना एवं जनसंपर्क हेमंत सिंह आदि उपस्थित रहे।