सूरौठ। कस्बे के उदासी का बाग मंदिर परिसर में सर्व समाज के सहयोग से चल रही भागवत कथा के दौरान रविवार को नन्दोत्सव मनाया गया। इस अवसर पर भगवान कृष्ण के बाल रूप की सजीव झांकी सजाई गई। कथा के दौरान भागवत आचार्य घनानंद महाराज ने समुद्र मंथन एवं राजा बली की कथा का विस्तार से वर्णन किया। आचार्य ने कहा कि धर्म की जड़ सदा हरी रहती है। ईश्वर एक है लेकिन उसके रूप अनेक है। कथा सुनने के लिए पांडाल में काफी श्रद्धालु मौजूद रहे। इस अवसर पर भजन संगीत कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया।