कदम खंडी धाम बना अपार श्रोताओं का साक्षी, 30 हजार से अधिक लोगों ने भागवत कथा का किया श्रवण
नदबई। श्री कदमखंडी धाम, नदबई में स्थानीय युवा भाजपा नेता दौलत सिंह फौजदार द्वारा आयोजित करवाई जा रही श्रीमद भागवत कथा से इस धाम की महिमा उत्तरोत्तर रूप से बढ़ रही है। भागवत कथा के प्रथम दिन से ही नियमित रूप से यहाँ 20 हजार से अधिक लोग इस कथा को सुनने के लिए आ रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक देवी चित्रलेखा के मुख से भागवत कथा के श्रवण के लिए बुधवार को 30 हजार के करीब लोग आएं।
भागवत कथा में देवी चित्रलेखा ने समुद्र मंथन के बारे में बताया कि समुद्र मंथन में एक तरफ देवता और एक तरफ राक्षस रहे जहाँ भगवान् ने मोहिनी अवतार ग्रहण कर के देवताओं को अमृत पान कराया। इसी के साथ उन्होंने वामन अवतार की कथा सुनाई। भगवान् वामन ने राजा बलि से संकल्प करा कर तीन पग भूमि दान में मांगी और इस तीन पग में भगवान् वामन ने पृथ्वी आकाश और तीसरे पग में राजा बलि को मापा और बलि को सुतल लोक का राजा बना के खुद वहां के द्वारपाल बने।
इसके पश्चात देवीजी ने संक्षिप्त में प्रभु राम अवतार का श्रवण कराया। बताया की भगवान राम अपने आचरण के लिए मर्यादा पुरूषोत्तम कहे जाते है क्योंकि भगवान राम सभी नैतिक गुणों से संपन्न है। प्रभु राम के द्वारा सभी दैत्यों का संहार किया गया। और माँ सीता जी के हरण के बाद हनुमान जी से प्रभु की भेंट हुई व लंका दहन के साथ के पश्चात रावण वध का श्रवण कराकर भगवान राम के जीवन का संक्षिप्त रूप मे श्रावण कराया और कथा के विश्राम में कृष्ण जन्म की कथा को स्पर्श करते हुए बताया क़ि द्वापर युग में कंस जैसे दुष्ट पापी का अत्याचार बढ़ जाने पर प्रजा के आग्रह भगवान ने नटखट अवतार लिया और श्री बसुदेव जी भगवान कृष्ण को गोकुल ले कर गए वहां से यशोदा मैया को जन्मी योगमाया को अपने पास ले आये और कृष्ण को उनके पास रख के वापस आ गए।
इस भव्य और विशाल भागवत कथा के आयोजक दौलत सिंह फौजदार ने इस अवसर पर कहा कि नदबई के इस पावन तीर्थ श्री कदमखंडी धाम का नवनिर्माण अब समस्त नदबई वासियों का संकल्प बन चुका है। श्री कदमखंडी धाम में जन जन कि आस्था का विकास हो रहा है। दौलत सिंह ने पहल करते हुए इस स्थान को राष्ट्रीय स्तर पर विख्यात करने का ध्येय लिया था, आज उनकी इस मुहिम के साथ सम्पूर्ण नदबई जुडने लगा है
P. D. Diwedi