केकई मंथरा के कुचक्र ने दिलाया राम को चौदह वर्ष का वनवास

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सवाई माधोपुर 2 अक्टूबर। शहर के नगर रामलीला मैदान में, नगर रामलीला मंडल समिति के तत्पावधान में चल रही रामलीला अपने परवान पर चढ़ती जा रही है।
समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं मीडिया प्रभारी दिलीप शर्मा ने बताया कि बुधवार को राम वनवास की लीला का मंचन किया गया जिसमें सबसे पहले तो केकई और मंथरा की कुटिल एवं वाकचातुर्य पूर्ण संवाद को दर्शकों ने बड़े ध्यान से देखा। मंथरा विचित्र कूबड़ एवं उसके अभिनय पर खूब आनंद लियां बाद जब कैकई कोप भवन में जाकर लेट गई तो राजा दशरथ के लाख मनाने पर भी वह नहीं मानी और अपने आप को सौतेली माता सिद्ध करते हुए राम को 14 वनवास का वनवास एवं भारत को राजा बनाए जाने के वचन के बाद ही शांत हुई। दशरथ के करुण रुदन एवं राम दशरथ के करुणा पूर्ण संवाद पर दर्शकों की आंखें भी द्रवित हो गई। जब राम लक्ष्मण और जानकी के साथ संगीतमय भजन पर बन जाने लगे तो दर्शक भी मगन हो गए।
इससे पूर्व महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के जिला संयोजक विनोद जैन ने आरती करके लीला का मंचन प्रारंभ कराया। समिति के द्वारा माल्यार्पण एवं स्मृति चिह्न देकर अतिथि सत्कार किया गया। समिति के अध्यक्ष हरिशंकर शर्मा एवं महामंत्री राजेंद्र शर्मा ने बताया कि गुरुवार को दशरथ मरण की लीला का मंचन होगा जिसमें सुमंत का विलाप, सुमंत एवं निषाद राज का संवाद, सुमंत एवं दशरथ संवाद, दशरथ का विलाप एवं देह त्याग की लीला विशेष आकर्षण होगी।


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