बिजली की छीजत कम करने के प्रयासों में तेजी लाएं
भरतपुर/जयपुर, 5 अक्टूबर। डिस्कॉम्स चेयरमैन एवम जयपुर विद्युत वितरण निगम की प्रबंध निदेशक सुश्री आरती डोगरा ने शनिवार को भरतपुर एवं डीग सर्किल के अधिकारियों की समीक्षा बैठक में फील्ड अभियंताओं को बिजली की छीजत कम करने के प्रयासों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
भरतपुर के जोनल मुख्य अभियंता कार्यालय में आयोजित इस बैठक में सुश्री डोगरा ने कहा कि बिजली कनेक्शन जारी करने में किसी प्रकार की देरी नहीं हो। अभियंता आरडीएसएस योजना में चल रहे कार्यों के साथ-साथ ग्रिड सब स्टेशनों तथा सीएलआरसी के कार्यों का नियमित निरीक्षण करें। साथ ही, आमजन से जुड़े कार्यों का त्वरित निस्तारण कर उन्हें राहत पहुंचाना सुनिश्चित करें।
डिस्कॉम्स चेयरमैन ने एक ही स्थान पर बार-बार जल रहे ट्रांसफार्मरों एवं बिजली मीटरों के कारणों की जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने सब डिवीजन स्टोर में काम नहीं आने वाले ट्रांसफार्मरों को जरूरत वाले अन्य स्थानों पर भेजने के साथ ही अधिशासी अभियंताओं को सब डिवीजन कार्यालयों में लंबित कनेक्शनों, रिकवरी आदि विषयों पर साप्ताहिक तथा फीडर इंचार्ज के साथ पाक्षिक रूप से समीक्षा करने के भी निर्देश दिए।
इससे पहले उन्होंने भरतपुर सर्किल के छोकरवाड़ा सब डिवीजन कार्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने लंबित कनेक्शनों की स्थिति, भार वृद्धि एवं नाम परिवर्तन की पत्रावलियों का अवलोकन किया। सुश्री डोगरा ने अधीक्षण अभियंता एवं अधिशासी अभियंता को नियमित निरीक्षण तथा संबंधित सहायक अभियंता को उपभोक्ताओं की समस्याओं का अविलंब प्रभावी निराकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस दौरान निदेशक तकनीकी श्री एसएस नेहरा भी मौजूद थे।
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आमजन से जुड़े कार्यों को सुगमता प्रदान करने के लिए लगाए नोडल अधिकारी
डिस्कॉम्स चेयरमैन सुश्री डोगरा ने आमजन से जुड़े कार्यों को सुगमता प्रदान करने, योजनाओं की प्रगति सहित अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओं की प्रभावी मॉनीटरिंग के लिए जयपुर डिस्कॉम क्षेत्र में जिला एवं सर्किलवार नोडल अधिकारी मनोनीत किए हैं। यह नोडल अधिकारी संबंधित क्षेत्र में लंबित विद्युत कनेक्शनों, मैटेरियल की उपलब्धता, ट्रिपिंग, रिकवरी की स्थिति, बिजली छीजत, पीएम सूर्यघर निशुल्क बिजली योजना की प्रगति, सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों के निराकरण, एफआरटी टीमों के माध्यम से उपभोक्ताओं की बिजली आपूर्ति संबंधी समस्याओं के समाधान आदि की नियमित मॉनीटरिंग सुनिश्चित करेंगे।
डिस्कॉम्स चेयरमैन ने उन्हें प्रत्येक माह जिला अथवा सर्किल क्षेत्र के कम से कम दो सब डिवीजन कार्यालयों का निरीक्षण कर उनमें लोड एक्सटेंशन, नाम बदलने, नए कनेक्शन, बिजली बिल में त्रुटि एवं सुधार आदि से संबंधित लंबित प्रकरणों की समीक्षा करने तथा 33/11 केवी जीएसएस एवं आरडीएसएस योजना के कार्यों की प्रगति का मौके पर निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए हैं।
इस संबंध में निदेशक (तकनीकी) को जयपुर सिटी सर्किल उत्तर एवं दक्षिण, मुख्य अभियंता (मैटेरियल मैनेजमेंट) को जयपुर जिला सर्किल उत्तर एवं दक्षिण, अतिरिक्त मुख्य अभियंता (एम एंड पी-आईटी) को अलवर एवं भिवाड़ी, अति. मुख्य अभियंता (पीपीएम) को दौसा एवं दूदू, अति. मुख्य अभियंता (ट्रेनिंग सेफ्टी एंड क्वालिटी कंट्रोल) को भरतपुर एवं सवाई माधोपुर, मुख्य अभियंता जयपुर जोन को टोंक एवं कोटपुतली, मुख्य अभियंता कोटा जोन को झालावाड़ एवं बारां, मुख्य अभियंता भरतपुर जोन को धौलपुर एवं डीग, अधीक्षण अभियंता (क्वालिटी कंट्रोल द्वितीय) को कोटा एवं करौली तथा अधीक्षण अभियंता (एम एंड पी जयपुर जोन) को बूंदी एवं गंगापुर सिटी का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।