ओबीसी सूची में अंकित जुलाहा जाति के साथ अंसारी-मोमिन्न जोडने की मांग

Support us By Sharing

अंसारी सेवा संस्थान भीलवाड़ा ने मुख्यमंत्री के नाम दिया ज्ञापन

भीलवाड़ा। ओबीसी सूची में अंकित जुलाहा जाति के साथ अंसारी-मोमिन्न जोडने की मांग को लेकर शुक्रवार को अंसारी सेवा संस्थान भीलवाड़ा ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया। ज्ञापन से पूर्व अंसारी समाज व संस्थान के सदस्य मुखर्जी उद्यान में इकठ्ठा हुई और रैली के रूप में जिला कलेक्ट्रेट के प्रवेश द्वार पर पहुंच नारे बाजी करते हुआ कहां कि आपकी हमारी क्या पहचान-अंसारी,जुलाहा और मौमिनान। अभी तो ये झांकी हैं, प्रदर्शन अभी बाकी हैं सहित नारो की गूंज रही।

अंसारी सेवा संस्थान भीलवाड़ा अध्यक्ष रज्जाक अहमद अंसारी ने सौंपे ज्ञापन में बताया कि भारत में मुस्लिम समुदाय अंसारी/ जुलाहा/ मोमिन जो कि जाति ओबीसी वर्ग के रूप मे दर्ज है। परन्तु राजस्थान राज्य में राजस्थान सरकार अधिकारी के रिकार्ड में कम संख्या 23 पर जुलाहा जाति ही दर्ज है जबकि जुलाहा के साथ कुछ व्यक्ति अंसारी कुछ व्यक्ति मोमिन के रूप मे अपनी जाति दर्ज करते है, अंसारी, जुलाहा व मोमिन एक ही जाति है परन्तु राजस्थान के राजस्व रिकार्ड में जुलाहा के आगे अंसारी व मोमिन जाति दर्ज नही होने से जाति प्रमाणपत्र बनाने में काफी परेशानी का सामना करना पडता है और कई लोग इस जाति वर्ग के होते हुए भी लाभ से वंचित हो जाते है। इस कारण से राजस्थान राज्य के ओबीसी जाति वर्ग के राजस्व रिकार्ड में जुलाहा के आगे मोमिन व अंसारी जाति को भी जोडा जाना आवश्यक है कि मोमिन व अंसारी लिखने वालो को अपने जाति प्रमाणपत्र बनाने में किसी प्रकार की परेशानी का सामना नही करना पडे इस हेतु आवश्यक कार्यवाही कराते हुए गजट नोटिफिकेशन जारी करने की मांगा को लेकर मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया। अगर मांग नही मानने पर समाज द्धारा उग्र आंदोलन किया जाएंगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। मीडिया प्रभारी सादिक अंसारी ने बताया कि इस दौरान संस्थान संरक्षक हाजी बरकत हुसैन अंसारी, संस्थान सचिव अकरम अंसारी, संस्थान कोषाध्यक्ष मुबारिक अंसारी, हाजी असलम अंसारी, सलीम अंसारी, शकील हुसैन अंसारी, पार्षद हाजी सलीम अंसारी, दाई हलीमा चैयरमैन रफीक अंसारी, एडवोकेट इम्तियाज अंसारी, एडवोकेट सलीम अंसारी सहित अंसारी सेवा संस्थान भीलवाड़ा के सदस्य व समाजजन मौजूद था।


Support us By Sharing