पंचायत समिति सदस्यों ने 9 सूत्रीय मांगों को लेकर विशेष बैठक का किया बहिष्कार
बयाना, 8 मई। बयाना पंचायत समिति की सोमवार को साधारण सभा की विशेष बैठक बुलाई गई थी। लेकिन पंचायत समिति सदस्यों ने अपनी प्रांतव्यापी नौ सूत्रीय मांगों को लेकर बैठक का बहिष्कार करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। बैठक में भाग लेने के लिए सरपंच और विभागीय अधिकारी भी नहीं पहुंचे। ऐसे में पंचायत समिति प्रशासन ने काफी देर इंतजार के बाद बैठक को निरस्त कर दिया। गौरतलब है कि करीब एक माह पहले बुलाई गई साधारण सभा की बैठक को भी कोरम के अभाव में निरस्त किया गया था।
उधर, पंचायत समिति सदस्यों ने संघ के अध्यक्ष मेवाराम के नेतृत्व में अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर पंचायत समिति परिसर में राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। पंचायत समिति सदस्यों ने मांगें पूरी नहीं होने तक पंचायत समिति की प्रत्येक बैठक का बहिष्कार करने की चेतावनी दी। पंचायत समिति सदस्य संघ के अध्यक्ष मेवाराम ने बताया कि संगठन की ओर से पंचायत समिति सदस्यों को प्रशासनिक और वित्तीय अधिकार देने की मांग की जा रही है। जिसके तहत पंचायत समिति सदस्य का मानदेय न्यूनतम 10 हजार रुपए प्रतिमाह करने, निर्वाचन क्षेत्रों में विकास कार्यों के लिए बजट आवंटित करने, राष्ट्रीय कार्यक्रमों जैसे गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर स्कूली बच्चों के लिए मिठाई और पुरस्कार वितरण के लिए बजट देने, उनके निर्वाचन क्षेत्र में नाम और फोटोयुक्त बोर्ड लगवाने, रोडवेज का फ्री पास देने, साल में एक बार भारत भ्रमण योजना शुरू करने, नेटवर्क डाटा सहित फ्री मोबाइल देने, चिकित्सा भत्ता देने के साथ ही वित्तीय घोटाला, ड्यूटी के प्रति लापरवाही, अनुशासनहीनता, निर्माण कार्य में घटिया सामग्री उपयोग करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार देने, निर्वाचन क्षेत्र में जन सुनवाई के लिए भत्ता देने की मांग की जा रही है। पंचायत समिति सदस्यों ने रोष जताते हुए कहा कि सरकार उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं ले रही है ऐसे में आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
इस अवसर पर पंचायत समिति सदस्य भास्कर गुर्जर, मोहन सिंह, टेकराम, वीरेंद्र सिंह, पूर्व सरपंच विजय राम आदि मौजूद रहे। पंचायत समिति के एएओ भागचंद जैन ने बताया कि अपरिहार्य कारणों से बैठक को स्थगित किया गया है।
P. D. Sharma