शाहपुरा|राजस्थान सरकार के राइजिंग राजस्थान 2024 कार्यक्रम के तहत जिला शाहपुरा में आयोजित इन्वेस्टर मीट के दौरान कुल 1435 करोड़ रुपये के 75 एमओयू किए गए, जिनसे 4465 रोजगार के अवसर सृजित होने की संभावना है। इस कार्यक्रम का आयोजन मणियार कांटेज, शाहपुरा में किया गया, जिसमें स्थानीय और बाहरी निवेशकों ने भाग लिया। इसका उद्घाटन 22 अक्टूबर को प्रातः 11 बजे प्रभारी मंत्री डा मंजू बाघमार करेगी।
जिला कलेक्टर शेखावत ने बताया कि इस इन्वेस्टर मीट के दौरान चारभुजा इस्पात इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा शाहपुरा जिले में 1100 करोड़ रुपये की लागत से स्टील प्लांट स्थापित करने का प्रस्ताव दिया गया है। इस परियोजना से लगभग 2100 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलने की उम्मीद है, जो जिले के औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
गोलछा ग्रुप ने भी 40 करोड़ रुपये की लागत से टैल्को प्रोसेसिंग और ग्राइंडिंग यूनिट स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है। इसके साथ ही, जिले में टेक्सटाइल, एग्रो-फूड प्रोसेसिंग, स्वास्थ्य, माइन्स, सीमेंट, पर्यटन और शिक्षा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में भी निवेश के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इन एमओयू में 7 टेक्सटाइल प्रोजेक्ट्स के लिए 220.59 करोड़ रुपये, एग्रो-फूड प्रोसेसिंग के लिए 24.05 करोड़ रुपये, और अन्य क्षेत्रों में कुल 99.86 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है।
महाप्रबंधक के. के. मीना ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा रीप्स 2024 योजना लागू कर दी गई है, जिसके तहत नई औद्योगिक नीति, राजनिवेश नीति, एक जिला एक उत्पाद नीति, एमएसएमई नीति, लॉजिस्टिक्स नीति और टेक्सटाइल पॉलिसी के तहत उद्योगों को लाभान्वित किया जाएगा। साथ ही, डॉ. भीमराव अंबेडकर दलित आदिवासी उद्यम प्रोत्साहन योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, और अन्य योजनाओं के माध्यम से निवेशकों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
यह इन्वेस्टर मीट शाहपुरा जिले के औद्योगिक और आर्थिक विकास के लिए एक बड़ा कदम साबित हो रही है। शाहपुरा जिले में फतेहपुरा समेलिया, जहाजपुर, कोदिया (कोटड़ी), पीपलूंद (जहाजपुर), और पण्डेर (जहाजपुर) में नए औद्योगिक क्षेत्रों की स्थापना की जा रही है, जो भविष्य में और भी अधिक निवेश और रोजगार के अवसर लेकर आएंगे।