कुशलगढ़|मुनि श्री 108 सुमंत्र सागर के सानिध्य में मुनीश्री 108 सुनिर्णय सागर जी महाराज का समाधि मरण संपन्न हुआ। समाज अध्यक्ष जयंतीलाल सेठ और तेरा पंथी समाज अध्यक्ष बुद्धिलाल शाह ने बताया कि परम पूज्य आचार्य श्री सुनील सागर जी महाराज के आशीर्वाद व निर्देशन से उनके सुशिष्य मुनि श्री 108 सुमंत्र सागर जी महाराज के कर कमलों से मुनि श्री 105 सुनिर्णय मंत्रसागर जी महराज गृहस्थ जीवन का नाम पवन चौकलिया को आज को दोपहर 03:30 बजे समाधि मरण संपन्न हुआ। इस अवसर पर पंचाम्रत अभिषेक, पूजन और अग्नि संस्कार,पिछी, कीर्तिश जैन उदयपुर और चौकलिया परिवार कुशलगढ़ ने किया। कमंडल का लाभ अनिल जैन धरियावद वालो ने को प्राप्त हुआ। समस्त नगर के समाज जन और दिगंबर जैन समाज ने अंतिम यात्रा में भाग ले कर पुण्यजर्न किया। संपूर्ण क्रिया मुनि श्री के सानिध्य में संपन्न हुई ।