सवाई माधोपुर 27 अक्टूबर। दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र चमत्कारजी आलनपुर में चातुर्मासरत मुनि निर्मद सागर का 41वां अवतरण दिवस सकल दिगंबर जैन समाज द्वारा समय आराधना चातुर्मास समिति के तत्वाधान में रविवार को मनाया गया।
प्रवक्ता प्रवीण जैन ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ विशुद्धमति सभागार में समाज के महामंत्री हरसीलाल जैन श्रीमाल व चातुर्मास समिति अध्यक्ष रमेश चंद कासलीवाल सहित बाहर से आए समाज के लोगो ने आचार्य विद्यासागरजी के किए गए चित्र अनावरण व दीप प्रज्वलन करने के साथ हुआ। वहीं अवनी जैन सागर (एमपी.) ने मंगलाचरण की प्रस्तुति दी। इसके बाद पंडित आशीष जैन शास्त्री के निर्देशन में आचार्य विद्यासागरजी की अष्ट द्रव्यो से पूजन की गई। प्रबुद्धजनो ने निर्मद सागरजी के चरण पक्षालन किए व उन्हें शास्त्र भेंट किये गये।
इसी क्रम में शुभी जैन ने मुनि निर्मद सागरजी का शब्द सुमनों से गुणानुवाद किया और जिनेंद्र देव से उनके स्वस्थ साधनागत जीवन की कामना की।
इस मोके पर निर्मद सागर ने कहा कि कुविचारों को मन पर हावी नहीं होने देना चाहिए। कुविचारों से नकारात्मकता उत्पन्न हो जाती है। स्वर्ग नरक व्यक्ति की सोच में निहित है। संकल्प विकल्पों से दूर रह मन को विशाल बनाने पर जोर देते हुए कहा कि धन वैभव की संगति से धर्म की संगति श्रेष्ठ है। इसी प्रकार मुनि नीरज सागर ने धर्म का रसपान कराते हुए जीवन को सरल बनाने पर जोर दिया।
कार्यक्रम की श्रृंखला में सेवामंडल के तत्वावधान में णमोकार मंत्र व भक्तामर स्त्रोत स्तोत्र का पाठ किया। भगवान आदिनाथ की वेदी के समक्ष 48 दीपकों से दीपर्चना कर विश्व शांति की कामना की।
इस अवसर पर स्थानीय समाज सहित जयपुर, सतना खिमलासा, सागर छतरपुर, खजुराहो व अशोक नगर के समाजजन काफी संख्या में मौजूद रहे।