सिद्धो की आराधना से पूर्व विधान के पात्रो के निवास पर हो रही भक्ति
बडोदिया|आर्यिका सुयशमति माताजी ससंघ का बडोदिया में भव्य मंगल प्रवेश । दो दिन पहले बडोदिया से खांदु कॉलोनी अपनी गुरू मां आर्यिका विज्ञानमति माताजी के दर्शन करने तथा गुरू मां के पांच उपवास पर पारणा कराने के लिए संघ का बडोदिया से विहार हूआ था जो पुन: सिद्धो की आराधना कराने बडोदिया में मंगल प्रवेश हुआ। वीरोदय तीर्थ से आर्यिका संघ का विहार मंगलवार प्रात: हुआ। सुबह नो बजे बडोदिया नगर प्रवेश पर संघ को गाजे बाजे के साथ भक्ति करते हुए जिन मंदिर लाया गया । इस दौरान बडी संख्या में महिलाएं केसरीया वस्त्र तथा युवा सफेद वस्त्रों में धर्म ध्वजा लहराते नगर प्रवेश कराया। गुरू क्रपा से बडोदिया में हुआ आगमन आर्यिका सुयशमति माताजी ने कहा कि गुरू मां विज्ञानमति माताजी जिनके पांच उपवास पर बडोदिया के भक्तो ने भी पारणा कराने में सोभाग्य प्राप्त किया यह भक्ति हमेशा बनी रहनी चाहीए। उन्होंने कहा कि गुरू मां विज्ञानमति माताजी ने बडोदिया की भक्ति देखी तथा यहां के भक्तोे में उत्साह था तभी तो बडोदिया में सिद्धचक्र महामंडल विधान कराने के लिए सिद्धो की आराधना कराने के लिए खुब खुब आशिर्वाद दिया। आर्यिका रजतमति माताजी ने कहा कि दो दिन पहले स्वयं हम शिष्यो ने भी नही सोचा था कि गुरू मां के दर्शन के लिए बुलावा आ जाएगा । यह बात सर्वज्ञ भगवान या गुरू मां स्वयं जानती है बाकी कोई नही जानता था पर गुरू मां विज्ञानमति माताजी ने ऐसी क्रपा बरसाई की उनके पारणा के साक्षी बनने का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि जैसी भक्ति गुरू मां के चरणो में दिखाई है। वैसी भक्ति सारे बडोदिया वासीयों को इन आठ दिनो में अष्टान्हिका महापर्व पर श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान में करनी है। प्रारंभ में मंगलाचरण निराली खोडणिया ने किया। आर्यिका संघ को जीनवाणी भेंट करने का सोभाग्य जयन्तिलाल खोडणिया बसंतलाल खोडणिया धर्मेन्द्र खोडणिया परिवार को मिला। संचालन आशिष भैया तलाटी ने किया। मंगलवार सांय विधान के पात्र बने शारदा देवी चौखलिया महासति मैना सुन्दरी व रमेश चंद्र चौखलिया बने राजा श्रीपाल के निवास पर भक्तामर पाठ व भजन संध्या का आयोजन किया गया। इस दौरान बडी संख्या में उपस्थित समाजजनो का स्वागत अनुप जैन विजेता जैन मोक्ष जैन कपिल जैन प्रियंका जैन ने प्रभावना वितरण कर किया ।