सवाई माधोपुर 8 नवम्बर। राजस्थान पंचायती राज एवं माध्यमिक शिक्षक संघ की प्रांतीय कार्यकारिणी की बैठक प्रदेशाध्यक्ष शेर सिंह चौहान की अध्यक्षता में जयपुर में आयोजित की गई जिसमें सवाई माधोपुर जिलाध्यक्ष मोहम्मद जाकिर के नेतृत्व में सवाई माधोपुर जिले से जिला व प्रदेश पदाधिकारियों ने भाग लिया।
जिला मंत्री राहुल सिंह गुर्जर ने बताया की बैठक में सवाई माधोपुर जिले के प्रतिनिधि गिर्राज वर्मा प्रदेश संयुक्त महामंत्री, कन्हैयालाल सैनी प्रदेश मंत्री, हरिशंकर गुर्जर प्रदेश सलाहकार ने भाग लिया। प्रदेशाध्यक्ष शेरसिंह चौहान ने कहा की पूर्व सरकार की अनदेखी के चलते शिक्षा विभाग का पूरा ढांचा बिगड़ा हुआ पड़ा है। पिछले चार सत्रों से तृतीय श्रेणी शिक्षकों से लेकर व्याख्याताओं की पदोन्नतियों नहीं होने से प्रदेश के स्कूलों में हजारों वरिष्ठ अध्यापक, व्याख्याता के पद रिक्त है जिससे विद्यार्थियों का शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है, शैक्षणिक सत्र के चार महीने बाद भी छात्रों को विद्यालय यूनिफॉर्म नही मिली है। जिलाध्यक्ष मोहम्मद जाकिर ने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में 37000 से अधिक शिक्षक दो साल से अधिशेष चल रहे हैं, लेकिन उनका समायोजन नहीं किया जा रहा है। प्रदेश में हजारों शिक्षकों को समय पर वेतन नहीं मिलने की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
प्रदेशाध्यक्ष चौहान ने कहा कि किसी भी लोक सेवक के लिए पेंशन बुढ़ापे का सहारा होती है ऐसे में केंद्र सरकार को पूरे देश में पुरानी पेंशन योजना को लागू कर राज्य में इसे यथावत रखने, आगामी बजट में आठवें वेतन आयोग की घोषणा करने तथा लंबे समय से चली आ रही शिक्षक कर्मचारियों की वेतन विसंगति को दूर कर केंद्र के समान वेतनमान देने की मांग रखी।
प्रदेश महामंत्री राजेश शर्मा ने कहा कि पिछले 6 सालों में तबादला नीति बनाने और लागू करने के नाम पर तृतीय श्रेणी शिक्षकों के स्थानांतरण नहीं कर सबसे बड़े शिक्षक संवर्ग की अनदेखी की जा रही है। आए दिन शिक्षा विभाग की ओर से आदेश जारी कर वापस लेने से विभाग की साख गिरती है। संघ के प्रदेश मंत्री कन्हैयालाल सैनी ने शिक्षक संवर्ग की वर्षों से रुकी हुई डीपीसी कराने, राज्य में शिक्षकों की पारदर्शी तबादला नीति बनाकर डिजायर सिस्टम समाप्त कराकर जल्द सभी श्रेणी के शिक्षकों के स्थानांतरण शुरू करने, आरजीएचएस योजना का दायरा बढ़ाकर बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने, बच्चों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं श्रेष्ठ परीक्षा परिणाम के लिए शिक्षकों को मिड-डे-मील, दूध वितरण, बीएलओ सहित सभी प्रकार के गैर शैक्षणिक कार्य से मुक्त करने, न्यायालय प्रकरणों का निस्तारण होने तक अध्यापक, वरिष्ठ अध्यापक, व्याख्याता, वाइस प्रिंसिपल, डीईओ को तदर्थ पदोन्नति देने, ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत शिक्षक कर्मचारियों को 10 प्रतिशत विशेष ग्रामीण भत्ता देने, शिक्षक व कर्मचारियों को 8, 16, 24, 32 वर्षीय सेवा पर पदोन्नति पद का चयनित वेतनमान दिए जाने, शिक्षक संवर्ग की लंबे समय से चली आ रही वेतन विसंगति दूर कर केंद्र के समान तृतीय श्रेणी शिक्षकों की ग्रेड पे 4200 वरिष्ठ अध्यापक की 4800 तथा व्याख्याता की 5400 ग्रेड पे कर पे रिवाइज करने तथा वर्ष 2006 से 2008 के मध्य नियुक्त तृतीय श्रेणी शिक्षकों और प्रबोधक को देय मूल वेतन 11 हजार 170 रुपए की विसंगति को दूर कर मूल वेतन 12 हजार 900 रुपए निर्धारित कराने की मांगों के निराकरण का मांग पत्र प्रदेशाध्यक्ष को सौंपकर राज्य सरकार से निस्तारण करवाने की मांग की।
जिलामंत्री राहुल सिंह गुर्जर ने कहा की युवा एवं प्रतिभाशाली शिक्षकों को आगे बढ़ने के समान अवसर मिले इसके लिए उप प्रधानाचार्य के वर्तमान सेवा नियमों में संशोधन कर 50 प्रतिशत पद सीधी भर्ती से भरे जाने का प्रावधान लागू किया जाए।
बैठक में चौथमल गुर्जर जिला संयोजक टोंक, सतीश जैन प्रदेश कोषाध्यक्ष, विजय कुमार शर्मा संरक्षक, नारायण सिंह प्रवक्ता, सीताराम शर्मा, ऋषि यादव, भंवरा राम जाखड़, रूपलाल मीणा, नवीन व्यास, हरिसिंह गुर्जर, स्वरूप सिंह शक्तावत, भेरू लाल कलाल सहित प्रांतीय कार्यकारिणी के पदाधिकारी एवं विभिन्न जिलों के जिलाध्यक्ष व जिला मंत्री मौजूद रहे। बैठक की कार्यवाही का संचालन प्रदेश महामंत्री राजेश शर्मा ने किया।