करौली 17 नवम्बर। जिले में बाल संरक्षण सप्ताह के अन्तर्गत 17 नवम्बर को जिला प्रशासन, बाल अधिकारिता विभाग, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, नेहरू युवा केंद्र एवं एक्शनएड यूनिसेफ करौली के संयुक्त तत्वावधान में विभिन्न जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
एक्शनएड यूनिसेफ जिला समन्वयक दिनेश कुमार बैरवा ने बताया है कि जिलें में बाल दिवस के अवसर पर बाल संरक्षण सप्ताह का शुभारंभ किया गया। जिसके तहत 14 से 20 नवम्बर तक जिले में बाल अधिकारों को लेकर विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। जिसका उद्देश्य जिलें में बाल विवाह, बाल श्रम, बाल तस्करी, बाल शोषण एवं भिक्षावृति की रोकथाम एवं बाल संरक्षण को प्रभावी बनाना है। सप्ताह के अन्तर्गत जिलें में नेहरू युवा केंद्र एवं एक्शनएड यूनिसेफ करौली के स्वयंसेवकों द्वारा बच्चों के साथ विभिन्न गतिविधियों का आयोजन कर बच्चों को बाल अधिकारों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इसके तहत रविवारर को कार्यालय एवं मामचारी में बच्चों के साथ खेलकूद, व्यायाम गतिविधियों का आयोजन किया गया। जिसके तहत बच्चों के परिवार एवं विद्यालय के बातावरण की स्थिति भी जानी गई। साथ ही बालको को सामान्य व्यवहार के बारें में बताया। साथ ही ड्रॉप आउट बच्चों, एवं शिक्षा, स्कूल से वंचित बच्चों की सूचना देने एवं मुश्किल में फंसे बच्चों की मदद के लिए 1098 पर कॉल करने के लिए प्रेरित किया गया। जिलें में बाल संरक्षण मुद्दों को लेकर लगातार जिला प्रशासन एवं बाल अधिकारिता विभाग व बाल कल्याण समिति एवं एक्शनएड -यूनिसेफ करौली द्वारा स्कूलों, पंचायतों, गांव, वस्तियां आदि में कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं।
नेहरू युवा केंद्र के विजेंद्र कुमार बैरवा ने मामचारी में बच्चों के साथ जागरूकता गतिविधियों का आयोजन कर बच्चों के साथ उनकी समस्याओं को लेकर चर्चा की एवं उन्हें अच्छा स्पर्श, बुरा स्पर्श के साथ पोक्सो एक्ट के संबंध में जानकारी दी गई। उन्होने बताया कि 18 नवम्बर को विश्व बाल यौन शोषण, दुर्व्यवहार और हिंसा की रोकथाम एवं उपचार दिवस 19 नवम्बर को विश्व बाल दुर्व्यवहार रोकथाम दिवस एवं 20 नवम्बर को अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस के अंतर्गत जिलें में विद्यालय, महाविद्यालय एवं पंचायत, ब्लॉक एवं जिला स्तर पर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन कर आमजन को बाल अधिकारों के संबंध में जानकारी प्रदान कर बाल संरक्षण हेतु प्रेरित किया जायेगा।