महाकुंभ नगर।राजदेव द्विवेदी। गंगा की धरा पर 13 जनवरी 2025 में विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन महाकुंभ होने जा रहा है।महाकुंभ के लिए कई नामी बाबाओं का जमावड़ा शुरू हो गया है।महाकुंभ शुरू होने से पहले अखाड़े में प्रवेश शुरू हो गया है और साधु-संत अपने-अपने आखाड़े में आने लगे हैं।सबसे पहले जूना अखाड़े ने छावनी प्रवेश आरंभ किया है।जहां पहुंचे साधु संत अपने-तंबू में रहने लगे हैं।महाकुंभ में कई अनोखे साधु भी आते हैं,जो अपनी ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करते हैं।ऐसे ही एक बाबा हैं,जिन्होंने अपना हाथ एक दशक से भी लंबे समय से विश्व कल्याण के लिए उठा रखा है।जूना अखाड़े में कई अजब-गजब बाबा भी पहुंच रहे हैं।इनमें से एक बाबा राधे पुरी बाबा हैं।राधे पुरी बाबा मध्य प्रदेश के उज्जैन के रहने वाले हैं।इन्होंने साल 2011 से विश्व में कल्याण के लिए एक तप रखा है।इनका ये तप ऐसा है कि हर कोई इनको देखकर दंग रह जाता है,क्योंकि बाबा ने इन्होंने 14 साल से अपना हाथ उठा कर रखा है।इसे हठ योग कहते हैं।राधे पुरी बाबा अपने दाहिने हाथ को उठा कर रखते हैं,जिससे उनका हाथ पूरी तरीके सुन्न पड़ गया है,हाथों की उंगलियों के नाखून काफी बड़े हो गए हैं।कई बार ये नाखून अपने आप ही टूट कर गिर जाते हैं।राधे पुरी बाबा के हाथों को देख कर उनके दृढ़ संकल्प का पता चलता है।हठ तपस्या से बाबा ने अपनी एक अलग पहचान बना ली है।
बता दें कि गंगा की धरा पर विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी से होगी।महाकुंभ में अलग-अलग अखाड़े होते हैं और हर अखाड़े में तरह-तरह के साधु संत आते हैं।इनको देखने के लिए श्रद्धालु उनके अखाड़े में पहुंचते हैं।अजब- गजब साधुओं में राधे पुरी बाबा भी शामिल हैं,जो लंबे समय से हठ योग करते आ रहे हैं, लेकिन हर तप में इनकी एक ही मनोकामना होती है,जिसमें विश्व का कल्याण हो।