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सुरवल सहनी धान खरीद केंद्र पर दलाल सक्रिय किसानों के साथ मारपीट हाथापाई प्रशासन मौन


प्रयागराज।विजय शुक्ला। विकास खंड शंकरगढ़ के अंतर्गत सुरवल सहानी धान क्रय केंद्र पर किसानों की धान खरीद न होकर दलाल व बिचौलिए सक्रिय हैं यूपी पीसीयू द्वारा संचालित क्रय केंद्र पर तथा वही पर हाट शाखा द्वारा संचालित क्रय केंद्र का भी यही हाल है पदस्थ अधिकारियों विवेक यादव व वी.के.सिंह की अनुमति से रिटायर सचिव शिव मोहन सिंह ने सारी हदें पार कर दी किसानों से गाली -गलौज, मार-पीट व अभद्रता पूर्ण व्यवहार से किसान आहत है। हर दिन किसान अपनी धान तौल के लिए क्रय केंद्र से लगातार बैरंग वापस लौट जाते हैं,जबकि दलालों की धान दिन-रात तौला जा रहा है दलाल शिव मोहन सिंह अपनी गुंडई के दम पर कई किसानों को बेइज्जत कर चुका हैं और पीट चुका है किसानों की करुण पुकार कोई सुनने वाला नही है।कई किसान रात भर अपनी धान के साथ कड़ाके की ठंड में बसे रहते हैं,सुबह होते ही धान दलालों की तौला जाता है।सुरवल सहनी के आस पास दर्जनों गांवों के किसान अधिकारियों से भी अपनी फरियाद लगा चुके पर समस्या का निदान अभी तक नही हो सका है न ही प्रशासन से निदान की कोई उम्मीद है दलाल शिव मोहन सिंह के हौसलें इतने बुलंद हैं कि वह खुले आम गाली देकर कहता है कि मेरा कद प्रशासन से भी बड़ा है मेरी इतनी सियासी पकड़ है कि कोई कुछ नही बिगाड़ सकता आखिर बेबस लाचार किसान अपनी धान दबंग दलाल शिव मोहन सिंह की गंदी गाली सुनने को मजबूर हैं हाल ही में दो दिन पहले किसी निरीह किसान को दलाल शिव मोहन सिंह द्वारा इतना मारा पीटा गया कि किसान बेदम हो गया।किसी तरीके से परिजनों ने आकर उसकी जान बचाई। इस ख़बर से सारा इलाका वाकिफ़ है फिर भी ठोस कार्यवाही के अभाव में आज भारतीय किसान यूनियन भानु की तरफ़ से सख़्त चेतावनी दी गई कि जिले का घेराव किया जाएगा।इसकी जानकारी संगठन के जिलाध्यक्ष पंकज प्रताप सिंह ने दी। उन्होंने यह भी कहा कि आज शासन-प्रशासन से किसानों का विश्वास इसीलिए उठता जा रहा है कि किसानों के साथ कोई खड़ा नही होता।जिलाध्यक्ष ने अधिकारियों को गुहार लगाते हुए विश्वास दिलाया कि भरतीय किसान यूनियन किसानों के सहयोग में पल-प्रतिपल समर्पित और संकल्पित है।भारतीय किसान यूनियन क्षेत्र के किसानो को इस समस्या से निदान जरूर दिलाएगा।इस आश्वासन पर किसानों को कुछ आस जगी है। कहने को उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्य नाथ बहुत कुछ कहते है पर अधिकारियो पर इसका कोई असर नही पड़ता नजर आ रहा है यह अत्याचार कब तक चलता रहेगा आगे क्या उम्मिद लगाई जाय सुधार आयेगा या यू ही चलता रहेगा।