पूर्व ग्राम प्रधान एवं सचिव के ऊपर कार्यवाही नहीं होने से ग्रामीणों में भारी आक्रोश
प्रयागराज| जनपद के यमुनानगर विकासखंड शंकरगढ़ क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत जूही के ग्रामीणों ने शपथ पत्र पर सन 2020 में तत्कालीन ग्राम प्रधान पर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाते हुए शिकायती पत्र प्रस्तुत किया था।इसके उपरांत जिलाधिकारी के आदेश संख्या 2102 के तहत जिला कृषि रक्षा अधिकारी एवं अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग जसरा को नोडल अधिकारी नामित किया गया था।नोडल अधिकारी द्वारा की गई जांच में वित्तीय अनियमितता पाई गई और जांच आख्या जिला पंचायत राज अधिकारी को 17 मई 2023 को सौंप दी गई थी। लेकिन जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा ग्राम प्रधान एवं सचिव के ऊपर कोई भी कार्यवाही नहीं की गई और बार-बार पत्रांक के माध्यम से शिकायतकर्ताओं को गुमराह किया जा रहा है।19 दिसंबर 2024 को जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा बताया गया की 27 दिसंबर 2024 को दोबारा जांच की जाएगी,लेकिन जब एक बार जांच में वित्तीय अनियमितता प्राप्त हो चुकी है तो दोबारा जांच की कोई आवश्यकता नहीं है। यह भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए किया जा रहा है और नामित नोडल अधिकारी भी इस जांच में सम्मिलित नहीं रहेंगे और इस जांच में सम्मिलित जिला कार्यक्रम अधिकारी के ऊपर पहले से ही भ्रष्टाचार के आरोप हैं। यह अधिकारी अभी ग्राम पहाड़ी में गए हुए थे जहां पर शिकायतकर्ता और ग्राम प्रधान के बीच मारपीट का मामला भी संज्ञान में आया था।और उनके ऊपर आए से अधिक संपत्ति रखने का आरोप भी है।क्योंकि शिकायत 2020 में की गई थी और उसके बाद 2021 से नए प्रधान का कार्यकाल शुरू हो गया नए प्रधान द्वारा कई रोड पर काम कर दिया गया है इसलिए अब वहां पर दोबारा जांच संभव नहीं हो पाएगी। अतः पूर्व में की गई जांच और उसकी व्याख्या के आधार पर कार्यवाही करने के लिए ग्रामीणों ने जिलाधिकारी प्रयागराज से मांग की है। वही ग्रामीणों का कहना है कि प्रदेश के ईमानदार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नजरों से कब तक बचते रहेंगे भ्रष्टाचारी।