कुशलगढ़| मामा बालेश्वर दयाल राजकीय महाविद्यालय कुशलगढ़ में राष्ट्रीय सेवा योजना सात दिवसीय विशेष शिविर का समापन एन.एस.एस. के जिला समन्वयक प्रो. प्रमोद कुमार वैष्णव के मुख्य आतिथ्य एवं प्राचार्य महेन्द्र कुमार देपन के अध्यक्षता में हुआ। कार्यक्रम के शुभारम्भ में मां सरस्वती व मामा बालेश्वर दयाल के तस्वीर के सम्मुख दीप प्रज्वलित किया गया। मुख्य अतिथि ने संबोधन में कहा कि एन एस एस के स्वयंसेवक समृद्ध व विकसित भारत की संकल्पना को साकार स्वरुप देने में सारथी बनें।वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना भारतीय संस्कृति की प्रमुख विशेषता है , स्वयंसेवक स्व निहित स्वार्थ को त्याग कर परहित में चिंतन करते हुए समाज में निस्वार्थ भाव से सेवाकर्म करें , तभी राष्ट्रीय सेवा योजना का ध्येय चरितार्थ होगा। विद्यार्थियों के चारित्रिक व व्यक्तिगत विकास हेतु इस प्रकार की सह शैक्षणिक गतिविधियों की महती आवश्यकता है। भारतीय ज्ञानपरंपरा के सच्चे संवाहक का दायित्व स्वयंसेवकों का है। विशिष्ट अतिथि डाॅ विजय सिंह ने स्वयंसेवकों को सकारात्मक सोच के साथ सोशल मडिया का समुचित ढंग से उपयोग करने के प्रति सावचेत किया। प्राचार्य महेन्द्र कुमार देपन ने कहा कि शिविर के माध्यम से प्रशिक्षित स्वयंसेवक सामाजिक सरोकार के कार्य सद्भावना से करें। कार्यक्रम अधिकारी प्रविन्द्र कुमार ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर महाविद्यालय परिसर में नीम का पौधा लगाया गया तथा श्रेष्ठ कार्य करने वाले स्वयंसेवकों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में स्वयंसेवकों ने रंगारंग प्रस्तुतियों के माध्यम से राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया। कार्यक्रम में सहायक आचार्य कन्हैयालाल खांट , डाॅ दिलीप कुमार , मोहित चुहाडिया सहित दोनों इकाईयों के स्वयंसेवक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन नरेन्द्र कुमार मकवाना ने किया। ये जानकारी प्राचार्य महेन्द्र कुमार देपन ने दी।