हरी शेवा उदासीन आश्रम में गुरुवार को मनाई जायेगी बाबा गंगाराम साहब की वरसी
हरी शेवा उदासीन आश्रम सनातन मंदिर भीलवाड़ा में आराध्य गुरूओं के वार्षिकोत्सव में 22 जून गुरुवार को सतगुरु बाबा गंगाराम साहब जी के 27वें वरसी उत्सव के अंतर्गत सतगुरु की समाधि पर ध्यान पूजन अर्चन होगा।
आज वार्षिकोत्सव के तीसरे दिन विविध पाठ पारायण पूजन अर्चन सत्संग प्रवचन के साथ-साथ नित्य के अनुसार यज्ञ, मंडल पूजन, रुद्राभिषेक, आध्यात्मिक अनुष्ठान संपादित हुए। श्री श्रीचंद्र मात्रा साहब वाणी का वाचन हुआ। अन्नपूर्णा रथ से प्रसाद का वितरण भी हुआ। उदासीन निर्वाण मण्डल संतों महापुरूषो के दर्शन का लाभ अनुयायियों ने प्राप्त किया। महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन ने अपने प्रवचन में बिन भाव रीझे नहीं तुलसी नंद किशोर की व्याख्या करते हुए कहा कि भाव रहित भक्ति व्यर्थ है और भक्ति में जब प्रेम का समावेश हो जाता है तो व्यक्ति को आत्मिक आनंद की अनुभूति होती है। इंदौर से आए संत माधवदास ने भागवत कथा के प्रश्नों की व्याख्या करते हुए कहा कि धार्मिक मेले एवं उत्सव आध्यात्मिक ऊर्जा के केंद्र हैं, जो मनुष्य को ईश्वर से जोड़ते हैं। संत मयाराम ने बताया कि गुरुवार चैथ तिथि को श्रीचन्द्र सिद्धांत सागर का पाठ पूर्ण होने पर भोग साहब भी पड़ेगा। संतो महात्माओं का भंडारा एवं आम भंडारा होगा। सायंकाल में नितनेम के अलावा , संतों का सत्संग व पल्लव प्रार्थना होगी। आज अजमेर से पधारे श्रीमहंत स्वरूपदास उदासीन, श्रीशांतानंद उदासीन आश्रम पुष्कर के महंत हनुमानराम, इंदौर के महंत मोहनदास संत चंदन, संत अर्जुनदास अजमेर, गोविंद धाम भीलवाड़ा के संत किशनदास एवं अन्य ने भी भजन प्रस्तुत किए। महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन के सानिध्य में संत मयाराम, संत राजाराम, गोविंदराम, इंद्रदेव, सिद्धार्थ, कुणाल, मिहिर बालक मंडली ने भजन एवं नाम धूनी लगा कर गुरूओं का गुणगान किया। उन्होंने सभी से सतगुरु की आज्ञा में रहते हुए जीवन यापन करने को कहा।
Moolchand Peshwani