जिम्मेदारों ने ओढ़ी खामोशी की चादर पूछती है गांव की जनता घटना घटित होने पर कौन होगा जिम्मेदार
प्रयागराज। जनपद के यमुनानगर तहसील व थाना बारा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सभा धरा के ग्रामीणों व प्रधान पति ने जानकारी देते हुए बताया कि आराजी नंबर 357 जो कि सरकारी अभिलेख में खाद गड्ढा की भूमि अंकित है। उक्त भूमि पर गांव के देव लाल, राजकुमार, भीमराज, मौजी लाल, चंद्रिका प्रसाद व राधेश्याम आदि द्वारा मिट्टी गिरा कर पाट लिया गया है, तथा उक्त भूमि पर छप्पर डालकर अवैध रूप से अतिक्रमण कर पंचर की दुकान खोल ली गई है। ग्राम वासियों व प्रधान द्वारा मना करने पर नहीं मानते झगड़ा करने पर आमादा हो जाते हैं और जान मारने की धमकी भी देते हैं क्योंकि उपरोक्त लोग दबंग किस्म के हैं। इतना ही नहीं मना करने पर एससी एसटी का धौंस दिखाकर स्थानीय थाने पर तहरीर भी अराजक तत्वों द्वारा दिया गया। इस संबंध में पूर्व में तहसील दिवस पर शिकायत किया गया मगर आज तक कोई निस्तारण नहीं हुआ बल्कि हल्का लेखपाल संदीप सोनकर द्वारा उक्त भूमि पर कोई भी अतिक्रमण ना होने की आख्या प्रस्तुत कर प्रेषित कर दिया गया। आगे उन्होंने बताया कि ग्राम सभा में दो तालाब ऐसे हैं जिस पर हरिजन बस्ती व पाल बिरादरी के द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर मकान बना लिया गया है। जबकि पूर्व हल्का लेखपाल मंजेश कुमार व वर्तमान हल्का लेखपाल संदीप सोनकर द्वारा उक्त भूमि पर कोई भी अतिक्रमण ना होने व चकबंदी से पहले का मकान बना हुआ बताकर आख्या प्रस्तुत कर प्रेषित कर दिया गया। अब सवाल यह उठता है कि अगर पहले से मकान बना हुआ था तो तालाब कैसे घोषित हो गया। ऐसा भी नहीं कि संबंधित विभाग के आला अधिकारियों को जानकारी नहीं है क्योंकि ग्रामीण मनीष भारती उर्फ दादू ने 3 वर्ष से उच्च अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर कार्यवाही की मांग करते आ रहा है मगर जिम्मेदारों के सिर पर जूं तक नहीं रेंगती। पूछती है गांव की जनता कि यदि किसी तरह की कोई बड़ी घटना घटित हो जाएगी तो इसका जिम्मेदार कौन होगा।
राजदेव द्विवेदी