भगवान ऋषभदेव जन्म एवं दीक्षा कल्याणक पर शिक्षा एवं अल्पसंख्यक मामलात विभाग की अनूठी पहल


राजस्थान के विद्यालयों में साकार हुआ भगवान ऋषभदेव का जीवन

सवाई माधोपुर |राजस्थान सरकार एवं अल्पसंख्यक मामलात विभाग के मुखिया भजनलाल शर्मा और शिक्षा विभाग के मुखिया मदन दिलावर के दिशा निर्देश पर शिक्षा और अल्पसंख्यक मामलात विभाग के द्वारा जैन धर्म के प्रवर्तक देवाधिदेव भगवान ऋषभदेव के जन्म एवं दीक्षा कल्याणक के उपलक्ष्य में सम्पूर्ण बामनवास ब्लॉक के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों में ऋषभदेव भगवान के जीवन पर विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन करने के साथ,चार्ट बनाना,रंग – रोगन करना,पोस्टर बनाना,निबन्ध लेखन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया |

इस अवसर पर ज्योति शिक्षण संस्थान उच्च माध्यमिक विद्यालय और श्री वर्धमान दिगम्बर जैन विकास समिति पिपलाई की ओर से विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया गया l समारोह की अध्यक्षता करते हुए निदेशक अखलेश गुर्जर ने बताया की जीवन जीने की कला के प्रवर्तक तीर्थंकर ऋषभदेव भारत के स्वाभिमान,स्वालम्बन और स्वाधीनता के लिए अतुलनीय योगदान है l शिक्षा एवं अल्पसंख्यक मामलात विभाग के द्वारा सभी विद्यालयों, पंजीकृत मदरसो,अल्पसंख्यक दर्जा प्राप्त शैक्षणिक संस्थानों,अल्पसंख्यक बालक एवं बालिका छात्रावासों तथा आवासीय विद्यालयों में भगवान ऋषभदेव के जन्म एवं दीक्षा कल्याणक महोत्सव के पूर्व इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से बच्चों को उनके जीवन चरित्र की जानकारी मिल रही है ये बच्चों और शिक्षको के लिए प्रसन्नता का विषय है |

यह भी पढ़ें :  Sawai Madhopur : माली महासंगम को लेकर समाज के पदाधिकारियों को दी जिम्मेदारी

इस अवसर पर प्रधानाचार्य अशोक शर्मा ने बताया कि जैन परम्परा के अनुसार काल का न आदि है न अंत है l काल का जो भाग पकड़ में नहीं आता,उसे हम प्रागैतिहासिक काल कह देते है l ऐसे ही प्रागैतिहासिक काल के शलाका पुरूष है देवाधिदेव भगवान ऋषभदेव जिन्हें इतिहास काल की सीमाओं में नही बांध पाता है l किन्तु वे आज भी भारत की सम्पूर्ण भारतीयता तथा जन जातीय स्मृतियों में पूर्णतय सुरक्षित है l वरिष्ठ शिक्षक कृपा डोई,जितेन्द्र शर्मा,मुकेश मीना,मालती शर्मा,गायत्री गौड़,गणेश योगी ने ऋषभदेव के अध्यात्म,दर्शन एवं साहित्य जगत तथा सामाजिक व्यवस्था के लिए दिए गए योगदान पर प्रकाश डाला l

श्री वर्धमान दिगम्बर जैन विकास समिति की कार्यकारणी सदस्य एवं कोचिंग संस्थान की निदेशक एकता जैन ने बताया की वर्तमान परिपेक्ष्य में भारतीय संस्कृति को जोड़कर रखने वाले भगवान ऋषभदेव के जन्म कल्याणक को सभी मिलकर मनाएं तो भारतीय संस्कृति का नया मार्ग प्रशस्त होगा |

इस अवसर पर निबन्ध प्रतियोगिता में असद खांन,किशन गुर्जर,आमना बानो,कपिल गौड़,अंजू मीणा,आरिश खांन,भावेश जागिड़ आदि ने तथा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में नैतिक गौड़,अयान खांन,अलशीफा बानो, हितान्शी रैगर आदि ने एवं पोस्टर प्रतियोगिता में रक्षिता गौड़,शिवानी खटाना,तेजश्वनी सिसोदिया,आलिया बानो,आराध्या वैष्णव आदि ने व चित्रकला प्रतियोगिता में चार्ट प्रतियोगिता में जोयब खांन,सागर महावर,अजय लोदवाल,साहिल खांन आदि ने भाग लिया |

यह भी पढ़ें :  सारी सृष्टि का संचालन प्रभु ही करते हैं, दिखाई नहीं देते


WhatsApp Channel Join Now
Telegram Group Join Now