पांच लाख रेलकर्मी करेंगे संसद का घेराव,रेलवे कर्मचारी यूनियन ने किया ऐलान
बयाना 01 जुलाई। केन्द्र की मोदी सरकार की रेलवे मजदूर व कर्मचारी विरोधी नीतीयों के विरोध में सभी रेलवे यूनियनों की ओर से शुरू किए जाने वाले संयुक्त आंदोलन के तहत अब संसद का घेराव किया जाएगा। यह बाद शनिवार को बयाना पहुंचे वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्प्लॉयज यूनियन के जोनल महामंत्री कामरेड मुकेश गालब ने कही। वह यहां यूनियन की स्थानीय शाखा के वार्षिक अधिवेशन में मुख्यअतिथी के बतौर शामिल होने आए थे। उनके साथ यूनियन की यूथविंग के नेता नरेश मालव, कमलेश मीणा, बबीता चौहान, नरेन्द्र जैन आदि भी शामिल हुए। यूनियन के सभी नेताओं का गोल्डन टैम्पल फ्रंटीयर मेल से बयाना रेलवे स्टेशन पहुंचने पर यूनियन के स्थानीय कार्यकर्ताओं की ओर से फूलमालाऐं पहनाकर ढोल नंगाडों के साथ स्वागत सत्कार भी किया गया। अधिवेशन में शामिल होने आए यूनियन नेता गालब ने एफडीआई व केन्द्र की निजीकरण की नीतीयों और न्यू पेंशन स्कीम आदि का कडा विरोध करते हुए सभी रेलकर्मीयों से आगामी 21 जुलाई को दिल्ली में किए जाने वाले संसद के घेराव के लिए तैयार रहने का आव्हान किया और बताया कि रेलवे के पांच लाख कर्मचारीयों व रेल मजदूरों और उनके परिजनों की ओर से केन्द्र की मोदी सरकार की देश विरोधी व जनविरोधी नीतीयों के विरोध में संसद का घेराव किया जाएगा। यूनियन के वार्षिक अधिवेशन में यूनियन की संगठनात्मक गतिविधीयों व आगामी योजनाओं एवं लेखा जोखा आदि को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। अधिवेशन में नवलकिशोर गुर्जर, दिलीप सैनी, मिथिलेश सिंह, रूपसिंह, चरनसिंह, भरतलाल,हेमेन्द्रशर्मा आदि भी मौजूद रहे।