अधिकारियों की मिलीभगत एक माह पूर्व बना नाला बरसात से पूर्व ही ढहा
अस्तावन में बन रहे नाले का मामला, दूसरे बन रहे नाले में भी घटिया सामग्री का आरोप
कुम्हेर। ग्राम पंचायत अस्तावन में निर्माण कार्यों में लापरवाही और सरपंच और अधिकारियों की मिलीभगत का खेल खुलेआम चल रहा है। जिसका असर यह हुआ कि लगभग 25 से दिन पूर्व 5 लाख की लागत से अस्तावन-पिचूमर मार्ग पर बना नाला बारिश का दौर शुरू होने से पूर्व ही धराशायी हो गया। वहीं संवेदक द्वारा अस्तावन-जोंदेला रोड का नाला भी विवादों में गहराया हुआ है। इसके लेकर लोगों की शिकायत पर भास्कर ने मुद्दा बनाया जिसमें संवेदक द्वारा घटिया किस्म की ईंटें और कम सीमेंट इस्तेमाल करने का आरोप था। जिस पर ग्राम पंचायत विकास अधिकारी जांच कराते हुए उसे क्लीनचिट दे दी गई है। जबकि विकास अधिकारी ने पूर्व में बने नाले का कोई सैंपल नहीं लिया। वहीं इस मामले में सरपंच द्वारा बेतुका बयान दिया गया जिसे लेकर भी लोगों में रोष है।
पंचायत समिति की ग्राम पंचायत अस्तावन में चल रहे नाले निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग करने की खबर छपने का असर हुआ। पूर्व में नाले निर्माण में तीन नंबर की घटिया ईंटों से निर्माण हुआ है। अब नाले मे एक नंबर ईंटों का उपयोग कर निर्माण किया जा रहा है। खबर छपने पर पंचायत समिति के विकास अधिकारी मोहन सिंह द्वारा पंचायत समिति की कनिष्ठ अभियंता एवं सहायक अभियंता को नाले निर्माण में लगाई जा रही घटिया सामग्री की की जांच करने के लिए भेजा।
पंचायत समिति सहायक अभियंता योगेश कुंतल एवं जेटीए सचिन राजोरिया और ग्राम सचिव धर्मेंद्र द्वारा निर्माण कार्य का निरीक्षण किया गया। सरपंच द्वारा मिलीभगत के चलते पूर्व में निर्माण किए गए एक नाले का एवं निर्माणाधीन नाले का ही निरीक्षण किया गया जबकि पूर्व में बने नाले का निरीक्षण तक करना उन्होंने लाजमी नहीं समझा।
निरीक्षण करने गई जांच टीम के सहायक अभियंता योगेश कुंतल ने कहा कि पूर्व में किए गए निर्माण की जांच के लिए विकास अधिकारी से कहें उसके बाद उस नाले की जांच की जाएगी।