सवाई माधोपुर 16 मई। रणथंभोर टाईगर रिजर्व के मध्य स्थित त्रिनेत्र गणेश मंदिर जाने वाले त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्च को एक बार फिर से वन विभाग द्वारा श्रद्धालुओ के लिए खोल दिया गया है। रणथंभौर बाघ परियोजना के मुख्य वन संरक्षक अनूप के आर के आदेशों से विगत 12 मई को सुबह 6 बजे से रणथंभौर त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग बंद कर दिया गया था।
उल्लेखनीय है कि विगत 11 मई को रेंजर देवेंद्र चौधरी को बाघिन द्वारा जोगी महल के पास मौत के घाट उतार दिया गया था। साथ ही गणेश धाम से लेकर दुर्ग तक कई टाइगर का मूवमेंट होने के चलते रणथंभौर के त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग को वन विभाग द्वारा बंद कर दिया गया था। पांच दिवस तक लगातार यह रास्ता बंद रहा। इस दौरान रणथंभौर नेशनल पार्क के जोन नंबर दो तथा तीन को भी बाघिन के उग्र स्वभाव के चलते बंद रखा गया था। लेकिन एक दिवस पूर्व बाघिन कनकटी रणथंभौर नेशनल पार्क से सटे कुतलपुरा गांव में पहुंच गई थी। जहां वन विभाग की टीम ने बाघिन को ट्रेंकुलाइज किया और उसके बाद भिड़ वन क्षेत्र में बने एन्क्लोजर में छोड़ दिया। इंसान को देखकर हमला करने वाली उग्र स्वभाव की बाघिन के एन्क्लोजर में होने के बाद अब वन विभाग ने भी राहत की सांस ली है।
इसके बाद 16 मई को दोपहर बाद वन विभाग द्वारा रणथंभौर त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग चालू कर दिया गया है। लेकिन इस दौरान पैदल आवाजाही तथा दो पहिया वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से निषेध रहेगा साथ ही आर जे 25 रजिस्ट्रेशन की चौपहिया गाड़ियां तथा अनुबंधित जीप को ही प्रवेश दिया जा सकेगा। वन विभाग द्वारा त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग को पुनः खोल दिए जाने से श्रद्धालुओं में खुशी की लहर है।

2014 से लगातार पत्रकारिता कर रहे हैं। 2015 से 2021 तक गंगापुर सिटी पोर्टल (G News Portal) का बतौर एडिटर सञ्चालन किया। 2017 से 2020 तक उन्होंने दैनिक समाचार पत्र राजस्थान खोज खबर में काम किया। 2021 से 2022 तक दैनिक भास्कर डिजिटल न्यूज और साधना न्यूज़ में। 2021 से अब तक वे आवाज आपकी न्यूज पोर्टल और गंगापुर हलचल (साप्ताहिक समाचार पत्र) में संपादक और पत्रकार हैं। साथ ही स्वतंत्र पत्रकार हैं।